डब्लूएचओ ने शुक्रवार को कहा कि सर्दियों की वजह से यूरोप में जीका वायरस के प्रसार का खतरा बेहद कम है। मई 2015 में ब्राजील में जीका का पहला मामला सामने आने के बाद अमेरिका व कैरेबियाई देशों में इसका प्रसार देखा गया।
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एंजेसी के मुताबिक, यूरोप में जीका से संक्रमित यात्रियों के आने का जोखिम बढ़ा है।
यूरोपीय देशों में खासतौर पर भूमध्य क्षेत्रों में एडीज मच्छर की मौजूदगी है, लेकिन वर्तमान जलवायु परिस्थितियां उनकी गतिविधियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। हालांकि वसंत और गर्मियों की शुरुआत के साथ यूरोप में जीका वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
डब्लूएचओ का कहना है कि यूरोप के देशों को जीका प्रभावित देशों से आने वाले पर्यटकों में संक्रमण का पता लगाने और प्रबंधन करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
डब्लूएचओ अगले सोमवार को जीका वायरस पर चर्चा के लिए एक आपात समिति की बैठक बुलाएगी।