नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में भड़के सांप्रदायिक तनाव के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में ‘नफरत की राजनीति’ बंद करने का शनिवार को आह्वान किया जबकि कांग्रेस ने भाजपा पर ‘पूर्व नियोजित रूप से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण’ करने के आरोप लगाए। राहुल गांधी ने दिल्ली में एक बयान में कहा, ‘सहारनपुर में झड़पों की खबर सुन कर मुझे गहरा दुख हुआ। हमारे देश में हिंसा, भेदभाव और नफरत के लिए जगह नहीं है। नफरत की यह राजनीति अवश्य ही बंद होनी चाहिए।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे शांति बनाए रखें और सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने से परहेज करें।’ उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जमीन के झगड़े पर दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 12 अन्य घायल हो गए हैं। हिंसा के मद्देनजर प्रशासन ने जिले में कर्फ्यू लगा दिया है।
इस बीच, कांग्रेस ने इन झड़पों पर भाजपा पर हमला किया। कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा, ‘देश में पूर्वनियोजित तरीके से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण कराने का एक प्रयास है। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा दूसरी बातें कहती थी, लेकिन वह बहुत चालाकी के साथ सांप्रदायिक राजनीति ले आई।’
शर्मा ने कहा, ‘पिछले करीब दो महीनों के दौरान, जब से वे सत्ता में हैं, देश ने सांप्रदायिक भड़काव, तनाव, धर्मस्थलों का विध्वंस देखा ना सिर्फ उत्तर प्रदेश में बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में। दक्षिणपंथ ने अब एक खतरनाक रुख अपना लिया है जो हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति एवं धर्मनिरपेक्ष ताना-बाना को नुकसान पहुंचाता है।’’ कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि धर्म को ध्रुवीकरण के लिए उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा नहीं नहीं देती और सभी धर्मों का सम्मान करती है।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सहारनपुर और मुरादाबाद में हालात से सख्ती से निबटने के निर्देश दिए हैं जहां विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने बैठकें करने की योजना बनाई है।
इस बीच, शर्मा ने उत्तर प्रदेश में ‘शांति मार्च’ आयोजित करने के अपनी कांग्रेस पार्टी के फैसले की हिमायत की।
उधर, कांग्रेस नेता मधुसुदन मिस्त्री और नगमा को आज गाजियाबाद में रोक लिया गया। वे शांति मार्च में हिस्सा लेने मुरादाबाद जा रहे थे।