कोलकाता, 16 जून (आईएएनएस)। बहन के शव के साथ कई महीनों तक रहने वाले पार्था डे ने मंगलवार को कहा कि उसे पश्चिम बंगाल के मानसिक चिकित्सालय में अवैध रूप से रखा गया। उसने कोई अपराध नहीं किया है।
पार्था (44) का फिलहाल कलकत्ता पावलोव अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसने कहा कि वह अपनी संपत्ति दान करना चाहता है।
पूर्व तकनीशियन ने अस्पताल परिसर में संवाददाताओं से कहा, “मुझे यहां गैरकानूनी रूप से, बिना मेरी मर्जी के रखा गया। मुझे यहां रखना गैरकानूनी है। मैंने कोई अपराध नहीं किया है।”
उन्होंने कहा, “मैं अपनी मां के घर जाना चाहता हूं। मेरे पास बहुत संपत्ति है और मैं इसे दान करना चाहता हूं।”
पुलिस को 10 जून को पार्था के घर से इसकी बहन देवयानी डे और दो कुत्तों के कंकाल मिले थे, जब उसके पिता अरविंद डे की मौैत के कारणों की जांच की जा रही है। अरविंद का शव स्नानागार में जली हुई अवस्था में मिला था।
हालांकि, पुलिस ने पार्था के खिलाफ कोई औपचारिक मामला दर्ज नहीं किया है, लेकिन वह उससे पूछताछ कर सकती है।
पार्था ने कहा कि उसकी बहन व्रत रखती थी, जिस वजह से उसकी मौत हो गई। उसके पिता को देवयानी की मौत के तीन महीने बाद मार्च में इसका पता चला।