लखनऊ /नोएडा, 4 अगस्त (आईएएनएस)। नोएडा प्राधिकरण के पूर्व मुख्य अभियंता यादव सिंह की अवैध संपत्ति मामले में मंगलवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच शुरू कर दी है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व आगरा में यादव सिंह से जुड़े करीब 14 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की और तलाशी अभियान जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की टीम ग्रेटर नोएडा एवं यमुना प्राधिकरण से भी यादव सिंह से जुड़े दस्तावेज जुटा रही है।
नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम ने यादव सिंह के ठिकानों पर छापा मारा है। यादव सिंह के मामले में मंगलवार सुबह सीबीआई की टीम द्वारा जांच शुरू किए जाने से नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा सीबीआई की टीम ने फिरोजाबाद व आगरा में भी छापेमारी की है और इस दौरान टीम ने महत्वपूर्ण दस्तावेज भी एकत्र किए हैं।
गौरतलब है कि सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर की याचिका पर उच्च न्यायालय ने यादव सिंह की अवैध संपत्ति की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। यादव सिंह नोएडा प्राधिकरण में मुख्य अभियंता के पद पर कार्यरत थे।
यादव सिंह पर आरोप है कि नोएडा प्राधिकरण में तैनाती का फायदा उठाते हुए वह पत्नी के नाम पर पंजीकृत कंपनी को सरकारी दर पर बड़े-बड़े व्यावसायिक प्लॉट आवंटित करा देते थे और बाद में इन्हीं प्लॉट को वह काफी ऊंचे दामों में बिल्डरों को बेच दिया करते थे।
उल्लेखनीय है कि नोएडा प्राधिकरण सहित तीन प्राधिकरणों में मुख्य अभियंता के पद पर रहे यादव सिंह के घर पर छापेमारी में आयकर अधिकारियों को गाड़ी से 10 करोड़ रुपये नकद मिला था। इसके अलावा उनके मकान से 100 करोड़ रुपये की कीमत के हीरे के जवाहरात भी जब्त किए गए थे।