नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को कहा कि भारतीय रेलवे की सभी पहलों में आम आदमी पर हमेशा ध्यान दिया गया है।
संसद में वर्ष 2016-17 का रेल बजट पेश करते हुए रेलमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को एक फीडबैक और शिकायत निवारक तंत्र के रूप में परिवर्तित किया गया है, जिससे ग्राहकों की जरूरतों के प्रति भारतीय रेल की प्रत्युत्तरशीलता नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि यात्रियों से सीधी प्रतिक्रिया प्राप्त के लिए एक समर्पित आईवीआरएस प्रणाली स्थापित की गई है। इसमें यात्रियों से जानकारी लेने के लिए प्रतिदिन 1 लाख से अधिक टेलीफोन किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इन सब पूर्व उपायों से रेलवे ग्राहकों को ‘मुखर’ करने में समर्थ हुआ है और अब न सिर्फ उनकी शिकायत सुनी जाती है, बल्कि उस पर कार्रवाई भी की जाती है।
रेलमंत्री ने कहा कि इन चैनलों को न सिर्फ फीडबैक के लिए, बल्कि चिकित्सीय देखभाल, यात्रियों खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा और मानवीय देखभाल के अन्य पहलुओं को भी उपलब्ध कराने के लिए भी उपयोग में लाया जा रहा है। इसने स्टेशनों और रेलगाड़ियों में स्वच्छता की निगरानी रखने में भी मदद की है। प्रभु ने कहा कि आज आम यात्रियों और रेलवे के बीच कोई अवरोधक नहीं है।
रेलगाड़ी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए कई श्रृंखलावार उपायों का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि इसके लिए एमपीएलएडी और सीएसआर से निधि के माध्यम से सहयोग मिला है।
उन्होंने कहा कि 124 संसद सदस्यों ने यात्री सुविधाओं के लिए अपना योगदान दिया है। लोकप्रिय मार्गो पर 884 सवारी डिब्बों का स्थायी आधार पर संवर्धन करके 65,000 से अधिक बर्थो का सृजन किया गया है। रेलवे स्टेशनों पर 2,500 वाटर वेंडिंग मशीनें लगाई हैं। सामान्य श्रेणी के सवारी डिब्बों में मोबाइल चार्जिग प्वाइंट दिए गए हैं। सभी नए गैर वातानुकूलित सवारी डिब्बों में कूड़ेदान उपलब्ध कराए हैं और विश्रामगृहों की ऑनलाइन बुकिंग की शुरुआत की गई है।
प्रभु ने बताया कि स्वच्छ और स्वास्थ्यकर बिस्तर उपलब्धई कराने के लिए मैकेनाइज्ड लांड्रियों की संख्या बढ़ाई गई है। प्रभु ने बताया कि चुनिंदा स्टेशनों पर सभी श्रेणी के यात्रियों के लिए डिस्पोजेबल बिस्तर भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि आधुनिक साज-सज्जा वाले सवारी डिब्बों के साथ एक नई रेलगाड़ी ‘महामना एक्सप्रेस’ का भी शुभारंभ किया गया है।