सना, 23 जनवरी (आईएएनएस)। यमन में राष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसूर हादी और उनके मंत्रिमंडल के इस्तीफे के बाद शुक्रवार को शिया हॉथी विद्रोही यमन की संसद के पास पहुंच गए।
हॉथी समूह के बंदूकधारी युवकों ने राजधानी सना के मध्य में स्थित प्रतिनिधि सदन की ओर जाने वाले रास्तों में बाढ़ लगा दी, और वहां पर यातायात अवरुद्ध कर दिया।
हॉथी समूह के विद्रोहियों द्वारा देश की राजधानी में स्थित राष्ट्रपति के आवास पर कब्जा करने के कई दिनों बाद राष्ट्रपति हादी और उनके मंत्रिमंडल ने गुरुवार देर रात इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद यमन में संसद एक मात्र वैधानिक संस्था बची है।
सरकारी समाचार एजेंसी सबा की रपट के मुताबिक, देश के हालात पर चर्चा करने के लिए संसद रविवार को एक आपातकालीन बैठक का आयोजित करेगी। इसकी अध्यक्षता संसद के अध्यक्ष याहिया राई करेंगे।
बैठक में इस बात पर भी फैसला लिया जाएगा कि हादी का इस्तीफा स्वीकार किया जाए या खारिज कर दिया जाए।
विद्रोही आंदोलनकारियों ने गुरुवार को एक बयान जारी कर अपने समर्थकों से ‘क्रांति’ के समर्थन में शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया।
सिया विद्रोहियों ने देश के सैन्य नेताओं से कहा कि स्थिति को काबू में लाने की जिम्मेदारी लें।
तीन साल पहले सत्ता में आने वाले हादी ने अपने इस्तीफे में कहा कि उनके सामने कोई चारा नहीं बचा था।
शिया लड़ाकों ने राजधानी समेत यमन के कई प्रांतों को अपने कब्जे में ले लिया है। जहां राष्ट्रपति के महल पर हमले के बाद इस सप्ताह तनाव बढ़ गया था।