बैंकॉक, 9 जून (आईएएनएस)। म्यांमार में अधिकारियों ने मानव तस्करों द्वारा छोड़ दी गईं नौकाओं पर सवार लोगों में से 150 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को वापस भेज दिया। एक मीडिया रपट में मंगलवार को यह जानकारी मिली।
म्यांमार की नौसेना ने हाल के सप्ताह में 900 अवैध आप्रवासियों को रास्ते में रोक लिया था। उन्हें बांग्लादेश की सीमा के पास स्थित राखिन राज्य में अस्थाई शिविरों में आश्रय दिया गया है।
मानव तस्करों की नौकाओं पर बांग्लादेशी और मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय रोहिंग्या के नागरिक सवार थे। रोहिंग्या समुदाय के ज्यादातर लोग राखिन राज्य में रहते हैं, लेकिन म्यांमार के अधिकारी उन्हें अवैध बांग्लादेशी आप्रवासी मान रहे हैं और उन्हें परेशान कर रहे हैं।
रोहिंग्या मुस्लिमों को न तो म्यांमार अपना नागरिक मानता है और न ही बांग्लादेश। म्यांमार में लाखों रोहिंग्या मुस्लिम हैं, जबकि बांग्लादेश में इनकी संख्या 30,000 है और वह शरणार्थी शिविरों में रहते हैं।
समाचार चैनल न्यूज एशिया के मुताबिक, म्यांमार और बांग्लादेश ने प्रत्येक अवैध आप्रवासी के मूल को सत्यापित किया, जिसके बाद सोमवार देश शाम मुआंगदा से अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेज दिया गया।
एक बांग्लादेश सीमा गार्ड ने कहा, “अगर वे बांग्लादेशी हैं तो बेशक हम उन्हें स्वीकार करेंगे। यह बांग्लादेश और म्यांमार का अच्छा संकेत हैं कि हम सामंजस्य स्थापित करने में सफल रहे, और हम सत्यापित होने के बाद बांग्लादेशी नागरिकों को अपने साथ ले जा रहे हैं।”
न्यूज एशिया की रपट के मुताबिक, प्रत्येक अवैध आप्रवासी को घर वापसी के खर्चे के रूप में बांग्लादेश सरकार से 10 डॉलर मिलेंगे।