नई दिल्ली, 2 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को एनसीएमआरडब्ल्यूएफ में उच्चस्तर की कंप्यूटिंग इकाई का उद्घाटन किया। इससे देश में मौसम भविष्यवाणी की क्षमताओं में सुधार होगा।
हर्षवर्धन ने बताया कि इस सुपर कंप्यूटर का नाम ‘भास्कर’ रखा गया है और इसकी पेशकश के बाद भारत अमेरिका और यूरोपीय देशों की सूची में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा, “मौसम की भविष्यवाणी करने की हमारी इकाइयां विश्वस्तरीय है और आज हमने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।”
उन्होंने कहा, “यह चीन और यूके की प्रौद्योगिकियों से बेहतर है और यूरोप व अमेरिका के समकक्ष है।”
दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर 62 के नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फॉरकास्ट (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ) में पेश किया गया ‘भास्कर’, भूविज्ञान मंत्रालय के भूमि प्रणाली विज्ञान संगठन का हिस्सा है और यह उच्च क्षमता के क्षेत्रीय मॉडलों का इस्तेमाल कर उष्णकटिबंधीय चक्रवात, भारी बारिश, बादल फटना और मानसून संबंधी मौसम अनुमान की क्षमताओं को बढ़ाएगा।
हर्षवर्धन ने कहा, “मौसम अनुमान की विश्वसनीयता में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। आगामी सालों में नई प्रौद्योगिकियों के विकास के साथ इसमें सुधार होगा।”