ढाका, 7 जून (आईएएनएस)। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बांग्लादेश दौरे के दूसरे दिन रविवार को राजधानी ढाका के लालबाग स्थित ढाकेश्वरी मंदिर के दर्शन किए और वहां पूजा-अर्चना की। मोदी ने इसके बाद भारतीय उच्चायोग के कार्यालय का उद्घाटन किया और भारत की तरफ से अनुदान प्राप्त छह परियोजनाओं की भी शुरुआत की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, “बांग्लादेश पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने अनुदान प्राप्त छह परियोजनाओं की शुरुआत की और इससे लाभ प्राप्त करने वाले लोगों से मिले।”
मोदी ने इससे पहले सुबह ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा किया।
स्वरूप ने ट्वीट किया, “सुबह सवेरे मंदिर दर्शन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ढाका में श्री ढाकेश्वरी मंदिर में पूजा की।”
800 साल पुराना श्री ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर सरकार के स्वामित्व के अधीन है और इसे बांग्लादेश के राष्ट्रीय मंदिर का दर्जा प्राप्त है। मंदिर में पूजा करने के बाद मोदी ने मंदिर समिति के सदस्यों और मंदिर के वरिष्ठ सदस्य से मुलाकात की।
मंदिर प्रशासन ने मोदी को स्मृति चिन्ह भी दिया।
जून 2014 में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश दौरे पर 12वीं सदी के इस मंदिर के दर्शन किए थे। ढाकेश्वरी मंदिर सेना वंश के राजा बल्लाल सेना ने बनवाया था। ढाका शहर का नाम ढाकेश्वरी पर पड़ा, जिसका मतलब देवी ढाका है।
मोदी ने गोपीबाग में रामकृष्ण मिशन का भी दौरा किया और मंदिर के मठवासियों ने उनका अभिवादन किया। उन्होंने वरिष्ठ मठवासी से बातचीत की।
उन्होंने ट्वीट किया, “ढाका स्थित रामकृष्ण मिशन में रामकृष्ण परमहंस को नमन किया।”
इधर, स्वरूप ने ट्वीट किया, “पिछले महीने कोलकाता में थे। इस महीने ढाका में है। प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश में रामकृष्ण मिशन का दौरा किया।”
ढाका रामकृष्ण मिशन मठ बेलुर मठ की शाखा है, जिसका दौरा पिछले महीने मोदी ने कोलकाता यात्रा पर की थी।
मोदी इसके बाद बरीधारा स्थित भारतीय उच्चायुक्त के नए कार्यालय पहुंचे।