लंदन, 12 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को ब्रिटेन पहुंचे।
मोदी की यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच निवेश और रक्षा क्षेत्र में सहयोग से संबंधित कई समझौते होने की उम्मीद है।
गहरे रंग के कोट पहने मोदी ने नमस्ते की मुद्रा के साथ विमान के बाहर कदम रखा।
यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, “मेरी यात्रा का मकसद परंपरागत मित्र के साथ सहयोग को और मजबूत बनाना है। एक ऐसा दोस्त जो न सिर्फ भारत का बड़ा आर्थिक साझीदार है, बल्कि दुनिया के संदर्भ में भी बड़ी आर्थिक ताकत है।”
उन्होंने लिखा, “युनाइटेड किंगडम सबसे तेजी से विकसित हो रही जी-7 अर्थव्यवस्था है। मैं आर्थिक और व्यापारिक रिश्तों में सुधार की बहुत बड़ी गुंजाइश देख रहा हूं। “
मनमोहन सिंह के 2006 के ब्रिटेन दौरे के नौ साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला द्विपक्षीय दौरा है। सिह जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 2009 में भी ब्रिटेन गए थे।
मोदी को गुरुवार को गार्ड आफ आनर दिया जाएगा। ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन उनका औपचारिक स्वागत करेंगे। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और प्रतिनिधिमंडल स्तर की बात होगी।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ब्रिटिश संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
इसके बाद मोदी गिल्डहाल में ओल्ड लाइब्रेरी में सिटी आफ लंदन को संबोधित करेंगे।
रात्रि विश्राम से पहले मोदी और कैमरन फिर बातचीत करेंगे। रात्रि विश्राम ब्रिटिश प्रधानमंत्री की सैरगाह, चेकर्स में होगा।
13 नवंबर (शुक्रवार) को मोदी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) की बैठक में हिस्सा लेंगे।
यूके सीईओ मंच ने मोदी से भारत में कर प्रणाली के सरलीकरण का आग्रह किया हुआ है। इसी तरह रक्षा उपकरणों की खरीद नीति में बदलाव और बौद्धिक संपदा के संरक्षण की भी अपील की हुई है।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय मोदी के सम्मान में दोपहर का भोज देंगी।
इसके बाद लंदन के वेम्बले स्टेडियम में मोदी भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे।
मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14 नवंबर को तुर्की जाएंगे।