भद्रेश्वर(पश्चिम बंगाल), 30 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव के दौरान खरीद-फरोख्त को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की।
मोदी ने सोमवार को एक रैली में कहा था कि तृणमूल के 40 विधायक उनके समर्थन में हैं और लोकसभा चुनाव के नतीजे आ जाने के बाद वे भाजपा में शामिल हो जाएंगे।
उन्होंने मोदी पर ‘संवैधानिक पद पर रहते हुए असंवैधानिक बातें’ कहने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें देश का प्रधानमंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने हुगली जिले में यहां एक चुनावी रैली में कहा, “कल (सोमवार को)उन्होंने कहा कि मेरे 40 विधायक उनके संपर्क में हैं। यह दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत आता है। वह संवैधानिक पद पर रहते हुए असंवैधानिक बातें कहते हैं। क्या उन्हें कोई शर्म नहीं है? वह संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं और उन्हें प्रधानमंत्री बने रहने का कोई हक नहीं है।”
उन्होंने कहा, “उनकी उम्मीदवारी रद्द होनी चाहिए। पहले दिल्ली बचाइए और फिर बंगाल के विधायकों को खरीदने की कोशिश कीजिए। इसका कोई फायदा नहीं होगा। अगर वह सभी विधायक भी खरीद लेते हैं, तब भी हमारी सरकार नहीं गिरेगी।”
हुगली जिले में सोमवार को एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया था कि तृणमूल कांग्रेस के 40 विधायक उनके संपर्क में है जो कि 23 मई को चुनाव नतीजे आने के बाद बनर्जी को अकेला छोड़ देंगे।
बनर्जी ने यह भी कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मोदी और उनकी पार्टी क्या करती है, बंगाल के लोग भाजपा जैसी पार्टी को सत्ता में लाने के लिए कभी वोट नहीं देंगे।
उन्होंने कहा, “इस बात की उम्मीद मत कीजिए कि बंगाल के लोग भाजपा को यहां सत्ता में आने देंगे। वे जानते हैं कि भाजपा एक दंगों के लिए उकसाने वाली ताकत है, जो लोगों को बांटना चाहती है।”
मोदी के 2014 के ‘अच्छे दिन’ के वादे पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि देश की कुल मिलाकर स्थिति खराब हुई है क्योंकि किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लोग अपनी नौकरियां गंवा रहे हैं और गैस व ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।