पटना, 17 सितंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के परिणाम का प्रभाव पता है, यही कारण है कि वह यह चुनाव जीतने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनका हथियार बिहार के लोगों ने ‘भोथरा’ दिया है।
पटना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजद की ओर से जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी।
उन्होंने भाजपा के दलित प्रेम पर तंज कसते हुए कहा, “भाजपा को अगर दलितों से इतना ही प्रेम है तो क्यों नहीं रामविलास पासवान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर देते हैं।”
पूर्व रेलमंत्री ने कहा कि भाजपा पासवान के साथ बुरा कर रही है। उन्होंने अल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को महागठबंधन में शामिल न किए जाने के सवाल पर दोहराया कि महागठबंधन में कट्टरपंथियों का कोई स्थान नहीं है।
भाजपा पर महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाते हुए लालू ने अपने अंदाज में कहा, “खाना ठन-ठन गोपाला और बैंक में खाता खोल रहे हैं। कहते हैं कि पेट्रोल का दाम कम हो गया, तो क्या दाल के बदले लोग अब पेट्रोल खाएंगे?”
लालू ने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी एक आंदोलन रहा है। कांग्रेस के पुरखों ने देश की आजादी की लड़ाई में जो योगदान दिया है, और बाद में बलिदान दिया है, वह अद्वितीय है।
लालू ने मराठी नहीं बोलने वालों को ऑटोरिक्शा चलाने का परमिट नहीं देने के महाराष्ट्र सरकार के आदेश की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि जो लोग बिहार के लोगों को आटोरिक्शा नहीं चलाने देंगे, उन्हें बिहार चलाने का मौका कैसे दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री और भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए लालू ने कहा, “आप वहां हमारे लोगों को गाड़ी नहीं चलाने देते और आपको हम बिहार में सरकार चलाने देंगे?”
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल साइट फेसबुक के अपने वल पर लिखा, “बिहारियों को हिंदीभाषी होने के कारण तुम महाराष्ट्र में गाड़ी नहीं चलाने देते तो बिहारी क्या दो गुजरातियों को बिहार में सरकार चलाने देंगे?” लालू का इशारा मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तरफ है।
लालू ने प्रधानमंत्री को सलाह देते हुए आगे लिखा, “टीम इंडिया की थोथली बात करने वाले प्रधानमंत्री जी दूसरों को प्रवचन देने से पहले अपने थोपे हुए मुख्यमंत्री को तो इसका मतलब और महत्व समझा देते।”
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आगे लिखा, “जब हम गरीब, वंचित, उपेक्षित, उत्पीड़ित की बात करें तो विकास विरोधी और जब गैर-बराबरी, सामाजिक एवं आर्थिक असमानता व जातिगत विषमता को जड़ से समाप्त करने की बात करें तो जातिवादी हो जाते हैं। भाजपा के इस दोहरे चाल, चरित्र एवं चेहरे को बिहार की न्यायप्रिय जनता मुंहतोड़ जवाब देगी।”
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने आदेश जारी किया है कि एक नवंबर से मुंबई में सिर्फ मराठी बोलने वालों को ही अटोरिक्शा चलाने का परमिट मिलेगा। बिहार के हजारों लोग मुंबई व महाराष्ट्र के अन्य शहरों में आटोरिक्शा चलाकर गुजारा करते हैं।