राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि हम रहे न रहे दिन चार, माँ तेरा वैभव अमर रहें का प्रतिरूप प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी है। संवेदनाओं और संकल्प की पूर्ति के लिए सर्वस्व समर्पण ही उनकी जीवन यात्रा है, जिसमें जन, जीव और जंतु सभी के दु:ख दर्द की चिंता और चेतना है। राष्ट्र के गौरव के लिए कुछ भी कर गुजरने का संकल्प और सामर्थ्य है।
राज्यपाल श्री पटेल कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में डिलीवरिंग डेमोक्रेसी संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी का आयोजन रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी एवं आइडिया ऑफ न्यू एम.पी. द्वारा किया गया।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व के 20 वर्षों में गतिशील गणतंत्र को नई ऊँचाइयाँ मिली हैं। उनकी असाधारण नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता और अद्भुत कार्य दक्षता, उन्हें विश्व का अग्रणी राजनेता बनाती है, जिसने विकास की गति को बढ़ाते हुए देश को वैश्विक गुरु के रूप में प्रतिष्ठित करने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी है। उन्होंने सूरत शहर में 14 फीट पानी भरने और गिर वन के शेरों की हत्या के प्रसंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी जी को एक बार यू.एस. सरकार ने वीज़ा देने से मना कर दिया था। मोदी जी ने विकास और जनसेवा के ऐसे कीर्तिमान स्थापित किए कि आज यू.एस. में दुनिया के किसी नेता से अधिक मान-सम्मान मोदी जी का होता है। सारी दुनिया योग कर रही है। श्री नरेंद्र मोदी जी ने कार्य-कुशलता, संगठन क्षमता और संवेदनशीलता को नया आयाम दिया है। उन्होंने कहा कि चाय वाले से प्रधानमंत्री बनने का सफर हर युवा के लिए प्रेरणादायी है। मोदी जी के राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की संकल्प क्षमता और समर्पण के भाव से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने संगोष्ठी के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए, इससे समाज में राष्ट्र सेवा का चिंतन मज़बूत होता है।