नई दिल्ली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीनस्थ एक मिनीरत्न श्रेणी-1 के सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) मॉयल लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक जी.पी. कुंदर्गी ने नई दिल्ली में इस्पात एवं खान मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को 42.08 करोड़ रुपये का अंतिम लाभांश चेक सोमवार को सौंपा।
यहां जारी एक बयान के अनुसार, मॉयल लिमिटेड ने अपनी 53वीं सालाना आम बैठक में वित्त वर्ष 2014-15 के लिए 35 फीसदी (प्रति शेयर 3.50 रुपये) का अंतिम लाभांश घोषित किया था।
बयान में कहा गया है कि यह लाभांश इससे पहले वर्ष 2014-15 के लिए भारत सरकार को दिए गए तकरीबन 60.12 करोड़ रुपये के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है, जो 50 फीसदी की दर से दिया गया था। मॉयल ने वित्त वर्ष 2014-15 में विभिन्न किस्मों (ग्रेड) के 11.39 लाख टन मैंगनीज अयस्क का उत्पादन किया था और अपने प्रमुख उत्पादन (अयस्क की फेरो एवं सिलिको मैंगनीज ग्रेड) में 9.90 फीसदी का इजाफा दर्ज किया था।
बयान के अनुसार, कंपनी ने वित्त वर्ष 2014-15 में 823.25 करोड़ रुपये का बिक्री कारोबार किया और 650.57 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ (पीबीटी) एवं 428.01 करोड़ रुपये का कर उपरांत लाभ (पीएटी) अर्जित किया।
मौजूदा समय में मॉयल की चुकता पूंजी (पेड-अप कैपिटल) 168 करोड़ रुपये है, जिसका 71.57 फीसदी भारत सरकार के पास, 4.62 फीसदी महाराष्ट्र सरकार के पास, 3.81 फीसदी मध्य प्रदेश सरकार के पास और शेष 20 फीसदी आम जनता के पास है। मॉयल के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (बीएसई) में सूचीबद्ध हैं।
मॉयल लिमिटेड देश में मैंगनीज अयस्क की सबसे बड़ी उत्पादक है। यह महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 10 खदानों का संचालन करती है। कंपनी ने इलेक्ट्रोलाइटिक मैंगनीज डाइऑक्साइड और फेरो एलॉयज के साथ-साथ विंड टर्बाइन जनरेटरों के जरिए बिजली उत्पादन के क्षेत्र में भी अपना विविधीकरण किया है।