भोपाल, 18 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने स्वीकार किया है कि उनके मुख्यमंत्रित्व काल में नोटशीट के जरिए नियुक्तियां हुईं, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने पैसे लेकर कोई नियुक्ति नहीं की, जैसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासनकाल में हो रहा है।
राजधानी भोपाल में मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लगाए गए पर्चियों पर नियुक्ति के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “मेरे कार्यकाल में नोटशीट पर नियमों के मुताबिक नियुक्तियां हुई थीं, जबकि वर्तमान सरकार लेन-देन कर नियुक्तियां कर रही हैं।”
दिग्विजय ने साथ ही यह मांग भी की है कि नियुक्तियों की जांच हो तो सभी नियुक्तियों की जांच कराई जाए।
दिग्विजय ने व्यापमं घोटाले की चर्चा करते हुए कहा, “दस्तावेजों से हुई छेड़छाड़ को लेकर ट्रथ लैब की रिपोर्ट को एसटीएफ ने बगैर किसी जांच के गलत ठहरा दिया। अब मैंने यह रिपोर्ट केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक को सौंप दी है। इसकी जांच से सच सामने आ जाएगा।”
उन्होंने एसटीएफ पर आरोप लगाया कि उसने मुख्यमंत्री चौहान बचाने की कोशिश की है और दस्तावेजों से छेड़छाड़ की गई है। साथ ही उन्होंने व्यापमं मामले की सीबीआई जांच को सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में कराए जाने की मांग भी रखी। आगामी 24 अगस्त की सुनवाई में भी यह मांग रखी जाएगी।