लंदन, 13 मई (आईएएनएस)। इंग्लैंड क्रिकेट टीम से बर्खास्त किए गए बल्लेबाज केविन पीटरसन ने बुधवार को कहा कि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के निवनियुक्त निदेशक (क्रिकेट) एंड्र स्ट्रॉस द्वारा उन्हें भविष्य में राष्ट्रीय टीम में शामिल नहीं करने के फैसले से धक्का पहुंचा है और वह इससे बेहद निराश हैं।
स्ट्रॉस ने मंगलवार को ‘विश्वास की कमी’ का हवाला देते हुए कहा था कि पीटरसन को निकट भविष्य में इंग्लैंड टीम में शामिल नहीं किया जाएगा।
पीटरसन को पिछले साल फरवरी में साथियों और टीम प्रबंधन के साथ मतभेद के कारण टीम से बर्खास्त कर दिया गया था।
समाचार पत्र ‘द टेलिग्राफ’ के ऑनलाइन संस्करण के लिए लिखे लेख में पीटरसन ने कहा, “मेरे लिए इंग्लैंड टीम के दरवाजे बंद किए जाने के फैसले से मैं बेहद निराश हूं। खासकर तब, जब मैंने वह सभी प्रयास किए जो मुझसे अपेक्षा की गई।”
पीटरसन ने लिखा, “मैं स्ट्रॉस और ईसीबी के नए मुख्य कार्यकारी टॉम हैरिसन से सोमवार रात लंदन में एक होटल में मिला। टॉम ने मुझसे कहा कि हमें इंग्लैंड क्रिकेट के बेहतर भविष्य के लिए साथ मिलकर काम करना होगा। इसके बाद मैं अगली बैठक के लिए तैयार हुआ।”
पीटरसन के अनुसार अगली बैठक में हालांकि माहौल बिल्कुल अलग था और स्ट्रॉस ने मुझे टीम में शामिल नहीं करने की अपनी योजना का खुलासा किया।
पीटरसन ने लिखा, “बैठक से पहले मुझे लगा था कि स्ट्रॉस मुझसे यह कहेंगे कि फिलहाल इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्रम अच्छे रूप में है और अगर मैं ऐसे ही अच्छा खेलता रहा तो हो सकता है किसी के चोटिल होने पर मुझे मौका मिले।”
उल्लेखनीय है कि 34 वर्षीय पीटरसन ने इंग्लैंड से खेलने की आस में इस साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से खुद को अलग रखा और काउंटी टीम सरे के लिए खेलने को तरजीह दी।
पीटरसन ने कहा, “मैंने इस साल सरे की ओर से खेलने के लिए आईपीएल को छोड़ा। सरे के पास मुझे देने के लिए रकम नहीं थी। ऐसे में मैंने कहा कि मैं बिना किसी राशि के इस क्लब के लिए खेलूंगा। इसके बाद मेरे साथ ऐसा बर्ताव दिल तोड़ने वाला है।”