पटना, 1 मई (आईएएनएस)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने इन आरोपों का खंडन किया है कि उन्होंने एक जनसंपर्क अधिकारी नियुक्त कर रखा है, उनके पास आईफोन है और वह विमान में बिजनेस क्लास में सफर करते हैं।
कन्हैया ने आईएएनएस से कहा, “मेरा कोई जनसंपर्क अधिकारी नहीं है, मुझे उसकी क्या जरूरत? जो लोग ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं, वे उस ताकतवर बल का हिस्सा हैं, जो मेरे अभियान के खिलाफ हैं, जो मैंने जेनयू और देश भर के 8,000 छात्रों के साथ मिलकर शुरू किया है।”
कन्हैया पर देशद्रोह के आरोप लगे हैं और फिलहाल वह जमानत पर रिहा हैं।
अपने ऊपर लगे देशद्रोह के आरोपों के बाद चर्चा में आने के बाद वह पहली बार दो दिनों के लिए अपने गृहराज्य बिहार आए हैं।
उन्होंने कहा, “मेरे पास एक सेलफोन तक नहीं है, कृपया आईफोन के बारे में बात मत कीजिए, क्योंकि कुछ लोग किसी निहित स्वार्थ के लिए यह अफवाह फैला रहे हैं कि मेरे पास आईफोन है।”
कन्हैया ने कहा, “मेरी यात्रा का खर्च आयोजनकर्ता उठाते हैं, जो मुझे अपने विरोध प्रदर्शन में शामिल होने और सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करते हैं। सीधी-सी बात है कि मेरे पास विमान का टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।”
कन्हैया ने कहा कि उन्हें जुलाई 2015 से उनकी छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा, “मैं एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का बेटा हूं और मेरे पिता लकवाग्रस्त हैं। मैं जेनयू के सैकड़ों छात्रों की मदद से किसी तरह गुजारा कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सफाईकर्मियों और मैला ढोने वाले एक समूह ने जेनयू प्रशासन द्वारा उन पर लगाया गया जुर्माना अदा करने के लिए 10,000 रुपये इकठ्ठा किए हैं।
कन्हैया ने कहा, “मैंने उन्हें धन्यवाद कहा और बताया कि मैं जुर्माना नहीं दूंगा। उनके द्वारा एकत्रित की गई रकम साबित करती है कि अगर आप किसी लक्ष्य के लिए सही दिशा में कदम बढ़ाएंगे तो इस देश के लोग आपकी मदद के लिए आगे आएंगे। यह भारत की खूबसूरती है।”
कन्हैया ने कहा कि उनके बैंक खाते में केवल 200 रुपये हैं।
उन्होंने कहा, “कोई भी आरटीआई (सूचना का अधिकार) दाखिल करके मेरे बैंक खाते के बारे में जानकारी ले सकता है।”
उन्होंने कहा, “मेरे लिए देश के सबसे गरीब, हाशिए पर और वंचित लोगों के बारे में बात करना फैशन का हिस्सा नहीं है। मैं उनके लिए प्रतिबद्ध हूं।”
ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) के एक सूत्र ने बताया कि रविवार को कन्हैया ने एक कार्यक्रम ‘आजादी’ में सभा को संबोधित किया था। कन्हैया एआईएसएफ के सदस्य हैं।
पुलिस ने बताया कि कन्हैया को काले झंडे दिखाने के दौरान दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया था।