नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)। भारत में महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत मानी जाने वाली पांच बार की विश्व मुक्केबाजी चैम्पियन एमसी मैरी कॉम का कहना है कि मुक्केबाजी संघ में जारी विवाद उनकी समस्या नहीं है। मैरी कॉम के मुताबिक उनका ध्यान देश के लिए पदक लाने पर है।
मैरी कॉम ने कहा कि विवादों के कारण देश का नुकसान हो रहा और युवा खिलाड़ियों को इस विवाद के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
स्पोट्स ब्रांड जेवेन के उद्घाटन के मौके पर आईं मैरी कॉम से जब पूछा गया कि मुक्केबाजी संघ में काफी कुछ गलत हो रहा है इससे क्या उनकी तैयारी पर असर पड़ रहा है, इसके जवाब में उन्होंने कहा, “यह मेरी समस्या नहीं है। मेरी समस्या यह है कि मैं किस तरह अपने देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल करूं। संघ में जो कुछ भी चल रहा है यह संघ के अधिकारियों की समस्या है। मेरा ध्यान पदक पर है।”
पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ द्वारा बॉक्सिंग इंडिया को निलंबित करने के बाद भारत के की कोई राष्ट््ररीय संघ नहीं है।
पिछले तीन साल से मुक्केबाजी की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हुआ है। मैरी कॉम से जब पूछा गया कि क्या इससे युवा खिलाड़ियों का खेल प्रभावित नहीं हो रहा है, इस पर उन्होंने कहा, ” इसका असर तो पड़ रहा है। मैं चाहती हूं कि जल्द से जल्द संघ बना जाए, लेकिन मेरे कहने से कुछ नहीं हो रहा है, मैं काफी सालों से इस पर बोल रही हूं। यह मेरा काम नहीं है।”
मैरी कॉम से जब पूछा गया कि क्या वह पहले प्रयास में ही ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने को लेकर आश्वस्त हैं तो उन्होंने कहा कि उनका काम कोशिश करना है जोकि वह कर रही हैं।
उन्होंने कहा, “मैं पूरी कोशिश कर रही हूं। मेरी जो भी कमियां हैं मैं उस पर प्रतिदिन काम कर रही हूं। मेरे कोच इस काम में मेरी काफी मदद कर रहे हैं।”
लंदन ओलम्पिक से पहले तैयारी के लिए मैरी कॉम लिवरपूल गईं थी और वहां उन्होंने अपने से ज्यादा लंबाई के पुरुष खिलाड़ियों के साथ अभ्यास किया था। उनसे जब पूछा गया कि क्या वह इस बार भी इसी तरह की तैयारी करेंगी तो उन्होंने कहा कि वह इस बार भी अपने आप को इसी तरह तैयार करेंगी।
उन्होंने कहा, “मैं इस बार भी उसी तरह तैयारी करूंगी, क्योंकि मेरे कुछ प्रतिद्वंदी मुझसे ज्यादा लंबाई के होंगे। इसी रणनीति के तहत मैं अपनी तैयारी करूंगी।”
भारत ने इस बार 12वें दक्षिण एशियाई खेलों की मेजबानी की थी, जिसमें भारत ने अपना परचम लहराया था। यह खेल उत्तर-पूर्व के शिलांग और गुवाहाटी में आयोजित किए गए थे। इन खेलों से क्या उत्तर-पूर्व में लोगा खेलों की तरफ आकर्षित होंगे, इस सवाल पर मैरी कॉम ने कहा कि इससे युवा खिलाड़ियों को काफी प्ररेणा मिली है।
उन्होंने कहा, “खेलों के आयोजन से काफी फायदा हो रहा है। युवा खिलाड़ियों को प्ररेणा मिल रही है। दक्षिण एशियाई खेलों के चलते वहां आधारभूत ढांचा मजबूत हुआ है।”