तुरा (मेघालय), 30 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिमी मेघालय के बाढ़ प्रभावित इलाके में शनिवार को तीन लोग डूब गए और दो अन्य लापता हैं। डूबे लोगों में एक युवती और दो नाबालिग हैं। बाढ़ के कारण हजारों लोग अस्थायी आश्रय गृहों में शरण लिए हुए हैं।
तुरा (मेघालय), 30 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिमी मेघालय के बाढ़ प्रभावित इलाके में शनिवार को तीन लोग डूब गए और दो अन्य लापता हैं। डूबे लोगों में एक युवती और दो नाबालिग हैं। बाढ़ के कारण हजारों लोग अस्थायी आश्रय गृहों में शरण लिए हुए हैं।
पश्चिम गारो हिल्स जिले के जिलाधिकारी प्रवीण बख्शी ने आईएएनएस से कहा कि बाढ़ का पानी प्रभावित कुछ इलाकों से हालांकि घटना शुरू हो गया है, फिर भी 258 गांवों में एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।
बख्शी ने कहा, “दो नागालिग -16 वर्षीय किशोर असरफुल हक और आठ वर्षीय लड़की अतुबा बेगम- और 19 वर्षीय शशिदा बीबी की बाढ़ के पानी में डूब जाने से मौत हो गई।” उन्होंने कहा कि दो लोग लापता बताए जा रहे हैं, उनका पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
फुलबारी, राजबाला, सिंगीमारी, पाहम, भेटबारी, और हल्लीदयगंज इलाकों के अंतर्गत आने वाले कई गांव ब्रह्मपुत्र और जिंगीराम नदियों के पानी में डूब गए हैं। बाढ़ के कारण 258 गांवों में 1,21,535 लोग प्रभावित हैं।
नेशनल पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और तुरा के सांसद कोनराड के. संगमा ने राज्य सरकार से बाढ़ प्रभावितों को आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
संगमा ने आईएएनएस से कहा, “मैंने लगभग सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया है और प्रभावित लोगों का तात्कालिक निवेदन यह था कि खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए।”
विधानसभा अध्यक्ष अबु ताहिर मंडल ने कहा कि सरकार रविवार से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री की आपूर्ति शुरू करेगी। वह अपने फुलबारी विधानसभा क्षेत्र में डेरा जमाए हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “हमें चिंता है कि बाढ़ का पानी घटने के साथ ही अगले 10-15 दिनों में बाढ़ प्रभावित इलाकों में जलजनित बीमारियों का प्रकोप हो सकता है।”