नदी के आसपास के अंदरूनी क्षेत्रों में आर्थिक इंजन के निर्माण के उद्देश्य से 23 मार्च को चीन के सान्या में लंकांग-मेकॉन्ग सहयोग (एलएमसी) के नेताओं की पहली बैठक होने जा रही है।
मेकॉन्ग नदी छह देशों चीन, म्यांमार, लाओस, थाईलैंड, कंबोडिया व विएतनाम को जोड़ती है। इस खूबसूरत, गतिशील व लंबी नदी धारा की सैर इस विविधता भरे क्षेत्र के इतिहास, शांति, जटिलता व भविष्य से रूबरू होना है।
उत्पत्ति एवं संसाधन :
मेकॉन्ग नदी देशों को प्रचुर मात्रा में संसाधन मुहैया कराती रही है। चीन में इसे ‘लंकांग’ कहा जाता है, जिसकी उत्पत्ति वहीं से हुई है, जहां से यांग्त्जे नदी तथा पीली नदी निकलती है।
मेकॉन्ग डेल्टा को विएतनाम में चावल का कटोरा कहा जाता है। विएतनाम में कुल चावल उत्पादन का लगभग आधा हिस्सा यहीं उपजता है और विएतनाम से जितने चावल का निर्यात होता है, उसका 90 फीसदी हिस्सा यहीं के चावल का होता है।
साझा हित :
सभी छह देश हालांकि भिन्न हैं, लेकिन इस नदी को लेकर उनके कई साझा हित हैं। सांस्कृतिक व कला संचार के अलावा, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने तथा क्षेत्र में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बहुत कुछ किया जा सकता है।
सहयोग को और आगे ले जाने के लिए चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने 17वें चीन-आसियान नेताओं की बैठक के दौरान साल 2014 में एलएमसी की रूपरेखा की पेशकश की थी।
इसके बाद सभी छह देशों ने नवंबर 2015 में इस स्वर्ण त्रिभुज में सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के साथ ही आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इसे आधिकारिक तौर पर पेश किया।
सांस्कृति सहयोग के तहत दक्षिण-पश्चिम चीन में युन्नाम प्रांत के जिंगहोंग शहर में ‘मेकॉन्ग रिवर नेशनल कल्चर एंड आर्ट्स फेस्टिवल’ थाईलैंड के कलाकार संजातीय नृत्य की प्रस्तुति करते हैं। साल 2011 से ही यह समारोह मनाया जा रहा है, जिसमें सभी छह देशों के कलाकार हिस्सा लेते हैं।
चीन, लाओस, म्यांमार व थाईलैंड के कानून प्रवर्तन कर्मचारी साल 2011 से ही आपराधिक गतिविधियों को रोकने (हथियारों व मादक पदार्थो की तस्करी) के लिए इस क्षेत्र में संयुक्त गश्ती करते आ रहे हैं।
लाओस, म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया व विएतनाम में सूखे से निपटने के लिए युन्नान प्रांत के शीशुआंगबान्ना के दाई स्वायत्तशासी प्रांत स्थित जिंगहोंग पनबिजली केंद्र से चीन ने नदी के मुहाने पर बसे अन्य देशों में सूखे से निपटने के लिए आपात जल आपूर्ति जारी किया।
थाईलैंड और वियतनाम ने सूखे से प्रभावित मेकॉन्ग देशों के लिए पानी छोड़े जाने के चीन के कदम की प्रशंसा की। थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रत्युत चान ओ-चा ने 19 मार्च को कहा कि वह यह देखकर खुश है कि चीन सूखे से प्रभावित थाईलैंड की मदद के लिए पानी छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तरी थाईलैंड तक पानी की आपूर्ति पहुंच चुकी है।
उत्तरी थाईलैंड के सूखे से प्रभावित उदोन्तानी प्रांत के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने चीन द्वारा मेकॉन्ग नदी के निचले क्षेत्रों में पानी छोड़े जाने की प्रशंसा की।
थाईलैंड दो दशक के भयंकर सूखे का सामना कर रहा है। वर्ष 1994 के बाद से देश के बड़े बांधों में पानी सबसे निम्नतम स्तर तक पहुंच गया है। देश के 46 जिलों और 12 प्रांतों को सूखा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।
वियतनाम के एक विशेषज्ञ ने कहा कि चीन द्वारा मेकॉन्ग नदी के लिए पानी छोड़ना एक सहयोगी कदम है।
इस बीच, चीन की बेल्ट एंड रोड योजना ने नदी के मुहाने पर बसे छह राष्ट्रों के बीच बड़े आर्थिक, व्यापार व सांस्कृतिक संबंधों का सूत्रपात किया है, जिसके कारण नए मौकों का सृजन हो रहा है।