चंडीगढ़, 22 फरवरी (आईएएनएस)। जाट आंदोलन से ठीक से नहीं निपट पाने का आरोप झेल रही हरियाणा की भाजपा सरकार के सामने सोमवार को एक नई चुनौती आकर खड़ी हो गई। वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने धमकी दी है कि हिंसा में मरे लोगों को अगर मुआवजा दिया गया तो वह इस्तीफा दे देंगे।
जानकार सूत्रों का कहना है कि अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूर हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओ.पी.धनकड़ के सोमवार दोपहर किए गए इस ट्वीट से नाराज हैं कि हिंसा में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 10 लाख रुपये का मुआवजा और उसके घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
हरियाणा में आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे जाटों के आंदोलन में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं।
सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, विज को शांत करने की कोशिश में लगे हुए हैं।
विज का तर्क है कि आरक्षण के लिए आंदोलन अभी भी जारी है और हिंसा भी थमी नहीं है। उनका कहना है कि मरने वाले दंगे में शामिल रहे होंगे, और ऐसे में उन्हें मुआवजा नहीं दिया जा सकता।
धनकड़ का संबंध जाट समुदाय से है। उन्होंने सोमवार को कैबिनेट की बैठक में हिस्सा नहीं लिया। धनकड़ ने ट्वीट किया, “हरियाणा सरकार आंदोलन में प्रभावित परिवारों की मदद करेगी। मारे गए निर्दोष लोगों को 10 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा और सरकारी नौकरी मिलेगी। किसी को झूठे मामले में फंसाया नहीं जाएगा।”