मुंबई, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। निर्देशक आर. बाल्की का कहना है कि हिंदी फिल्म ‘सदमा’ का मूल तमिल संस्करण ‘मूंडरम पिरई’ देश में बनी सबसे शानदार फिल्म है और एक फिल्मकार के तौर पर उसका उन पर गहरा प्रभाव हुआ था।
मुंबई, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। निर्देशक आर. बाल्की का कहना है कि हिंदी फिल्म ‘सदमा’ का मूल तमिल संस्करण ‘मूंडरम पिरई’ देश में बनी सबसे शानदार फिल्म है और एक फिल्मकार के तौर पर उसका उन पर गहरा प्रभाव हुआ था।
बाल्की ने आईएएनएस से कहा, “मैं जब 10वीं कक्षा में था, तभी से मैं जानता था कि मैं फिल्मों में कुछ करूंगा। हिंदी फिल्म ‘सदमा’ के मूल तमिल संस्करण ‘मूंडरम पिरई’ ने मुझ पर गहरा प्रभाव डाला था।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह देश में बनी सबसे शानदार फिल्म है, क्योंकि मैंने कभी भी वैसा दर्द और प्रेम कहानी नहीं देखी जैसी इस फिल्म में दिखाई गई है। मैंने जैसे ही वह देखी मुझे लगा कि यह (फिल्में) ऐसी खूबसूरत जगह है, जिसमें मुझे होना चाहिए। “
‘चीनी कम’, ‘पा’, ‘शमिताभ’ और ‘की एंड का’ जैसी फिल्मों के निर्देशक बाल्की ने कहा कि उन्होंने ‘मूंडरम पिरई’ 30 बार देखी थी।
उन्होंने कहा, “मैने ‘मूंडरम पिरई’ 30 बार देखी थी और मैं ऊटी की उन सभी जगहों पर गया था जहां फिल्म की शूटिंग हुई थी। मैं फिल्म से बेहद प्रभावित था। मुझ पर उसका गहरा असर हुआ था।”
वर्ष 1982 में रिलीज हुई ‘मूंडरम पिरई’ में अभिनेता कमल हासन और श्रीदेवी थे। फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार सहित कई पुरस्कार मिले थे। इसके हिंदी संस्करण में भी वही कलाकार थे और उसे एक साल बाद रिलीज किया गया था।