लखनऊ के हजरतगंज थाने में यह शिकायत मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, अवध प्रांत, उत्तर प्रदेश के संयोजक रईस खां की ओर से दी गई है। तहरीर के साथ ही एक जांच योग्य सीडी उपलब्ध कराई।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दायर कराने की अर्जी देने वाले रईस खान ने आरोप लगाया कि सपा मुखिया राजनीति का इस्लामीकरण, मुसलमानों के तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं। इसीलिए उन्होंने (मुलायम सिंह) अब 25 वर्ष पूर्व अयोध्या में हुए बर्बर हत्याकांड के जुर्म को स्वयं स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि कहा है कि 27 अगस्त को मुलायम सिंह ने सार्वजनिक रूप से इस बात को स्वीकार किया कि ‘अयोध्या में कार सेवकों पर उन्होंने गोलियां चलवाकर मस्जिद सुरक्षित की, 16 लोगों की जान ली और जरूरत पड़ती तो 30 लोगों की जान लेते।’ ऐसे में मुलायम सिंह के खिलाफ भारतीय दंड विधान के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जाए।
रईस खान ने अपनी बात के समर्थन में कुछ दस्तावेज और बयान की डीवीडी भी दी है। उन्होंने कहा कि स्वराज और राम राज्य एक ही अर्थ के द्योतक है श्रीराम, रामायण, रामराज्य, राष्ट्रीय एकता के अपूर्व प्रतीक है। जो उत्तम कार्य करे, वही पुरूषोत्तम है पुरूषोत्तम मर्यादा का खिताब श्रीराम को मिला। बकौल रईस अनेक ऐतिहासिक, वैद्यानिक, पुरातात्विक, और राजस्व अभिलेखों तथा गजेटियर पर आधारित प्रमाण स्पष्टता से प्रमाणित करते हैं कि बाबरी मस्जिद राम मंदिर गिराने के बाद बनाई गई थी।