मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को रंगों के पर्व होली की बधाई और शुभकामनाएँ दी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होली भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक पर्व है। उन्होंने कहा कि भारतीय परम्परा में होली का विशेष महत्व है। यह पर्व आपसी द्वेष को भूल कर सामाजिक समरसता और अनेकता में एकता की परम्परा को आगे बढ़ाने का संदेश देता है। श्री चौहान ने कहा कि होली का पर्व जीवन को अर्थपूर्ण बनाने और जन सेवा के लिये समर्पित रहने की प्रेरणा देता है।
श्री चौहान ने आशा व्यक्त की कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाये बिना परम्परागत हर्षोल्लास और आपसी प्रेम भाव के साथ होली का त्यौहार मनाया जायेगा।मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा के लिये विशिष्ट बल तैयार किया जायेगा। यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों की जानकारी, सुरक्षा और देखभाल के लिये मेकेनिज्म बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहां मध्यप्रदेश पर्यटन के नये विज्ञापन रंग है के लोकार्पण समारोह में संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। पर्यटन में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश में पर्यटन स्थलों पर बजट होटलों के लिये पूंजीगत अनुदान की व्यवस्था की गयी है। दस विशेष पर्यटन क्षेत्र चयनित किये गये हैं। इनके विकास के लिये तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान बनाया है। देश-विदेश के पर्यटक प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं। वर्ष 2012 में 5 करोड़ 30 लाख पर्यटक प्रदेश में आये जबकि वर्ष 2006 में यह संख्या एक करोड़ 10 लाख थी। प्रदेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी 20 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। प्रदेश में पर्यटन व्यापार में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने रंगों के त्यौहार होली की शुभकामनाएं दी।