काहिरा, 23 जुलाई (आईएएनएस)। मिस्र के पुरावशेष मंत्रालय ने कहा है कि उसने प्राचीन राजा तूतनखामेन के ताबूत को संरक्षित रखने के लिए उसकी मरम्मत शुरू कर दी है। वर्ष 1922 में खोजे जाने के बाद पहली बार इसकी मरम्मत की जा रही है।
मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि पुनरुद्धार प्रक्रिया की तैयारी में संरक्षण कार्य शुरू करने के लिए ताबूत को ग्रांड इजिप्टियन संग्रहालय (जीईएम) में अलग क्षेत्र से हटाकर लकड़ी पुनरुद्धार संयंत्र में स्थानांतरित कर दिया गया है।
मंत्रालय ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि सोने का पानी चड़े हुए ताबूत को संरक्षण के लिए राजा तूतनखामेन की कब्र से जीईएम भेज दिया गया है।
मंत्रालय के अनुसार, शुरुआती जांच में पाया गया कि ताबूत की सोने की परतों पर चढ़ी जिप्सम की परतों को नुकसान हुआ है।
मंत्रालय ने यह भी कहा कि कवर में और ताबूत की तली में सोने की परत चटक गई है।
मंत्रालय ने पुष्टि की कि ताबूत को नवीनतम विधि और वैज्ञानिक तकनीकों से संरक्षित किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि ताबूत को जीईएम भेजा जाएगा जो 2020 में खुलेगा।
तूतनखामेन नौ वर्ष की अवस्था में सिंघासन पर बैठा था और 19 वर्ष की आयु में उसकी मौत हो गई थी। दुनिया में प्राचीन मिस्र का सबसे प्रसिद्ध राजा था। युवा राजा ने 1332 ईसा पूर्व से 1323 ईसा पूर्व तक राज किया था। इस काल को प्राचीन मिस्र का आधुनिक साम्राज्य कहा जाता है।
उन्हें उनकी कब्र से प्रसिद्धि मिली, जिसे ब्रिटेन के मिस्र विशेषज्ञ हॉवर्ड कार्टर ने 1922 में खोजा था।