स्वाति सिंह के पति ने मायावती के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग किया था, जिसके जवाब में बसपा के लोगों ने दयाशंकर की पत्नी और बेटी के लिए भी वैसी ही भाषा का प्रयोग कर बदला लिया था। स्वाति ने भी बसपा नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उधर, दयाशंकर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया और जेल तक जानी पड़ी।
भाजपा के पूर्व मंत्री जयवीर सिंह के रिसोर्ट पर पत्रकारों से मुखातिब दयाशंकर और स्वाति ने कहा, “मैंने अपनी बेटी के हक में लड़ाई लड़ी थी। आगे भी लड़ूंगी, पहले मायावती की सीट तय हो जाए। तब वहीं से ताल ठोकूंगी।”
स्वाति ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर बयान दिए थे। यह भारतीय जनता पार्टी की लड़ाई नहीं थी, बल्कि उनकी बेटी की हक और उसके सम्मान की लड़ाई थी।
उन्होंने कहा कि पहले मायावती अपनी सीट बताएं कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगी, इसके बाद स्वाति का सामना करें।