नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निखालजे उर्फ छोटा राजन को इंडोनेशिया के बाली में एक पर्यटक रिसॉर्ट से गिरफ्तार किया गया। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के शीर्ष अधिकारियों ने सोमवार को इसकी पुष्टि की।
छोटा राजन (55) भारत में कई संगीन अपराधों और हत्या के मामलों में वांछित है। सिनेमा का टिकट ब्लैक करने से शुरुआत करने वाला छोटा राजन बाद में हत्या, धन उगाही, अपहरण और ऐसे ही अपराधों का सरगना बन गया। दाऊद इब्राहिम का कभी विश्वासपात्र साथी छोटा राजन को इंटरपोल की मदद से गिरफ्तार किया गया। वह पिछले दो दशक से फरार था।
सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने छोटा राजन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि वह मोहन कुमार नाम की छद्म पहचान के साथ यात्रा कर रहा था।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने छोटा राजन की गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल और इंडोनेशिया की सरकार का शुक्रिया अदा किया है।
उन्होंने कहा, “भारत इस मामले में सक्रिय था..मैं इसके लिए इंटरपोल और इंडोनेशिया सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं। पहचान के बाद, जांच आगे बढ़ाई जाएगी।”
छोटा राजन और दाऊद इब्राहिम दोनों ही 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के बाद अलग हो गए थे। उसने मुंबई बम विस्फोट का विरोध किया था। उसका कहना था कि दाऊद ने बाबरी मस्जिद कांड और दंगों का बदला लेने के लिए धार्मिक आधार पर यह काम किया था। छोटा राजन 1995 में भारत से फरार हो गया था।
इंटरपोल द्वारा 1995 में वांछित घोषित यह माफिया डॉन रविवार अपराह्न् सिडनी से बाली आया था, उसी वक्त उसे गिरफ्तार कर लिया गया। बाली में बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं। बाली के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंडोनेशिया पुलिस को इसके बारे में जानकारी आस्ट्रेलिया की पुलिस ने दी थी।
छोटा राजन की गिरफ्तारी की बाबत महाराष्ट्र के शीर्ष पुलिस अधिकारी, नौकरशाह टिप्पणी करने से बच रहे थे।
सोमवार सुबह छोटा राजन की गिरफ्तारी से संबंधित खबरों को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। महाराष्ट्र के शीर्ष खुफिया और पुलिस हलकों में कुछ अधिकारियों ने दावा किया था कि छोटा राजन नहीं, बल्कि कर्नाटक के सीरियल किलर मोहन कुमार उर्फ साइनाइड मोहन को गिरफ्तार किया गया है।