नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी की मांग मानते हुए कांग्रेस आलाकमान ने पांच उम्मीदवारों को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देने पर मंजूरी दे दी है। केरल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वी. एम सुधीरन ने इस बात के लिए पूरा जोर लगा दिया था कि इन्हें टिकट न दिया जाए, लेकिन उनकी नहीं चली।
पिछले एक हफ्ते के दौरान कई दौर की बातचीत के बाद पार्टी आलाकमान ने पांचों नामों पर सहमति दी। केरल कांग्रेस इकाई का शीर्ष नेतृत्व 27 मार्च से ही दिल्ली में था।
सुधीरन ने उत्पाद मंत्री के. बाबू को फिर से उम्मीदवार बनाने का कड़ा विरोध किया था। बाबू बार घोटाले में फंसे हुए हैं।
राजस्व मंत्री अदूर प्रकाश भूमि हस्तांतरण विवाद से घिरे हैं। सुधीरन के विरोध के बावजूद इन्हें टिकट मिला है।
संस्कृति मंत्री के. सी. जोसफ वर्ष 1982 से ही विधायक हैं। सुधीरन का कहना है कि लंबे समय से चुनाव लड़ते रहने वालों को बदलना चाहिए, लेकिन जोसफ के मामले में उनकी नहीं चली।
बेन्नी बेहानन का कथित रूप से सौर्य पैनल घोटाले के अभियुक्त से रिश्ता है, इसलिए सुधीरन ने इन्हें टिकट देने का विरोध किया था। इसके साथ सुधीरन पांच बार से विधायक और पूर्व मंत्री डोमिनिक प्रेजेंटेशन को भी टिकट देने के खिलाफ थे।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से दो दौर की बातचीत के बाद भी चांडी इस बात पर अड़े रहे कि इनमें से किसी का भी टिकट काटा गया तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि वह किनारे हो जाएंगे और चुनाव में पार्टी का नेतृत्व नहीं करेंगे। लेकिन, बताया जा रहा है कि उन्होंने यह जरूर कहा था कि वह पार्टी के लिए प्रचार करेंगे।
सूत्रों ने कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री और केरल के मुख्यमंत्री रह चुके ए. के. एंटनी ने रविवार की सुबह मामले में हस्तक्षेप किया और राहुल गांधी और सोनिया गांधी को इस बात के लिए राजी किया कि चांडी को आजादी दी जाए।
सुधीरन ने रविवार को केरल लौटने के पहले नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान को आश्वस्त किया है कि वह प्रत्याशियों के चयन के लिए उस पर दबाव नहीं बनाएंगे।
उन्होंने कहा, “मैंने आलाकमान को आश्वस्त किया है कि उसका जो भी निर्णय होगा, मैं रास्ते में नहीं आऊंगा। मेरी किसी से व्यक्तिगत रंजिश नहीं है कि जिसकी वजह से मैंने कुछ नामों का विरोध किया था।”
चांडी भी रविवार को केरल चले गए। कोच्चि पहुंच कर उन्होंने अपने गृह क्षेत्र पुतुपल्ली का दौरा किया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या आप पार्टी आलाकमान पर ‘दबाव’ बनाकर खुश हैं? जवाब में उन्होंने कहा, “आप खबरों में जो भी सुन रहे हैं वे आधारहीन हैं। हम सभी अपनी बात रखते हैं। अंतिम निर्णय आलाकमान का होता ैहै।”
कांग्रेस में इस खींचतान ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे के दूसरे सबसे बड़े दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग में चिंता बढ़ गई थी। पार्टी नेतृत्व ने कांग्रेस आलाकमान से कहा कि अगर चांडी ने मोर्चे का नेतृत्व नहीं किया तो स्थितियां खराब हो सकती हैं।
केरल विधानसभा की 140 सीटों के लिए 16 मई को मतदान होना है।