हरिद्वार, 31 मई (आईएएनएस)। हरिद्वार सहित पूरे भारत में शांतिकुंज से जुड़े सैकड़ों पीतवस्त्रधारी लोगों ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर नशा विरोधी रैली निकाली और मानव श्रृंखला बना कर नशा मुक्ति का संदेश दिया।
पीतवस्त्रधारी साधकों ने ‘नशा नाश की जड़ है, इसे छोड़ें तभी जीवन बनेगा सुखदाई, नशा से है बचना-सुनो भाई मेरे कहना’ जैसे नारे लगाते हुए शांतिकुंज हरिद्वार में रैली निकाली। इस दौरान तंबाकू से होने वाली विभिन्न बीमारियों एवं नशे के दुष्परिणाम के पत्रकों के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाई।
इसके साथ ही देश में अनेक स्थानों पर इस तहर के आयोजन संपन्न किए गए। मध्य प्रदेश में 51 स्थानों पर मानव श्रृंखला बना कर लोगों के बीच नशे के लेकर जागरूकता फैलाई गई। उत्तर प्रदेश में 200 से अधिक जगहों पर दीप यज्ञ के माध्यम से संदेश दिया गया।
शांतिकुंज के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता एवं जोनल समन्वयक कालीचरण शर्मा ने कहा, ” पूरा विश्व कैंसर जैसी बीमारी से ग्रस्त है जिसका मूल कारण नशा है। नशा (दुर्व्यसन) करना छलनी में दूध दुहने जैसा है। तंबाकू कैंसर आदि जैसी भयावह बीमारियों की जड़ है।”
उन्होंने कहा कि नशे से तन, मन व धन का नुकसान होता है। नशे से बचेंगे, तभी तन के साथ मन भी स्वस्थ रहेगा। तंबाकू सेवन ने फैशन का रूप ले लिया है, जबकि यह एक जानलेवा बीमारी को आमंत्रण देने जैसा कार्य है।