भोपाल :नर्मदा-क्षिप्रा लिंक योजना के अंतर्गत नर्मदा-क्षिप्रा के संगम-स्थल के समीप ग्राम मुण्डला दोस्तार (उज्जैनी) में आज मंगलवार को राज्य मंत्रि-परिषद की बैठक प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय,जनसम्पर्क एवं ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल, मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, श्री विजय शाह, श्रीमती माया सिंह सहित विभिन्न विभागों के मंत्रीगण, मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा,अपर मुख्य सचिव, विभिन्न विभाग के प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँ नर्मदा एवं क्षिप्रा के मिलन से यह स्थान पवित्र तीर्थ बन गया है। यहाँ आकर दिव्य एवं अद्भुत अनुभूति हो रही है। इस स्थान को धार्मिक तीर्थ घोषित कर परम्परागत तरीके से लोगों की आस्था के अनुरूप धार्मिक पर्यटन-स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
25 फरवरी को करेंगे विधिवत् पूजन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 25 फरवरी को उज्जैन क्षिप्रा तट पर लोकार्पण कार्यक्रम में जाने से पूर्व वे यहाँ आकर विधिवत् पूजन करेंगे। इस अवसर पर भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी, श्रीमती सुषमा स्वराज, श्री राजनाथ सिंह भी यहाँ आएंगे। उन्होंने बताया कि 29 नवंबर 2012 को श्री लालकृष्ण आडवाणी की उपस्थिति में ही कार्य का भूमि-पूजन किया गया था। निर्धारित समय-सीमा में ही कार्य सफलतापूर्वक उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया गया है। श्री चौहान ने इसके लिए नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की पूरी टीम की सराहना की।
जनता का सपना एवं सरकार का संकल्प हुआ पूरा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मालवा की धरती पर नर्मदा नदी को लाना मालवा की जनता का सपना था। मालवा में जल-स्तर लगातार नीचे जा रहा था, जो यहाँ के लिए चिंता का कारण था। जनता के इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने 1 सितम्बर 2012 को उज्जैन में क्षिप्रा के जल में नर्मदा का जल कलश के माध्यम से डालते हुए संकल्प लिया था कि यहाँ नर्मदा लाऊंगा। आज यह संकल्प पूरा हुआ है। नर्मदा का जल क्षिप्रा में प्रवाहमान होने से अब सिंचाई के लिए जल मिलने के साथ भू-जल स्तर बढ़ेगा और पैदावार बढ़ेगी। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे सिंचाई की टपक एवं फव्वारा पद्धति को अपनाएं जिससे पानी का अपव्यय न हो और बेहतर फसल मिले।
अब नर्मदा का जल गंभीर में ले जाने की योजना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि अब सरकार की नर्मदा का जल गंभीर नदी में ले जाने की योजना है। इसके लिए2200 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार करवाया जा रहा है। ओंकारेश्वर नहर से पानी लाकर गंभीर नदी में मिलाया जाएगा। इसके बाद नर्मदा का जल पार्वती एवं कालीसिंध में भी प्रवाहित करने की योजना है। वह दिन दूर नहीं जब मालवा में स्थान-स्थान पर नर्मदा प्रवाहित होगी।
इंदौर को कार्गो हब बनाएंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंदौर नगर का तेजी से विकास किया जा रहा है। शीघ्र ही नगर को कार्गो हब बनाया जाएगा। यहाँ से फल, सब्जी आदि का निर्यात होगा। इंदौर आईटी शहर के रूप में भी विकसित हो रहा है। आगामी 24 फरवरी को इंदौर में श्री नारायण मूर्ति इन्फोसिस की आधार-शिला रखेंगे।
वृक्षारोपण भी किया
मंत्रि-परिषद की बैठक के पश्चात् मंत्रि-परिषद के सदस्यों द्वारा परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया।