गृह मंत्री ने महिला अपराध हेल्प लाइन का नये भवन में किया लोकार्पण
महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर त्वरित कार्रवाई के लिये कभी भी कहीं से महिला अपराध हेल्प लाइन नम्बर 1090 पर फोन करें। महिला अपराध शाखा त्वरित कार्रवाई करेगी। यह बात गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने महिला अपराध हेल्प लाइन के नये भवन मेंलोकार्पण के मौके पर कही।
गृह मंत्री ने सभी प्रकार के संगठनों से आग्रह किया कि महिला अपराधों के विरुद्ध सामाजिक चेतना लाने के लिये हर-संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिये कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में दिसम्बर, 2012 में हुई दुष्कृत्य की घटना के बाद प्रदेश में महिला हेल्प लाइन नम्बर 1090 शुरू किया गया था। इसके उत्साहवर्धक परिणाम आये हैं। उन्होंने बताया कि महिला अपराध के मामले में 15 दिन में चालान पेश किया जा रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि अपराधियों में खौफ पैदा करने के लिये जरूरी है कि उन्हें कठोर सजा मिले। उन्होंने छात्राओं को हेल्प लाइन प्रणाली की जानकारी दिलवाने के निर्देश भी दिये।
गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस का जनता के साथ संवाद बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इससे सभ्य लोग आसानी से थाने जा सकेंगे। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में बेटी बचाओ अभियान सहित अनेक कदम बेटियों–महिलाओं का सम्मान बढ़ाने के लिये प्रारंभ किये गये हैं।
पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे ने कहा कि महिला अपराध शाखा पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रही है।
1500 से अधिक प्रकरण में हुई सजा
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध शाखा श्रीमती अरुणा मोहन राव ने बताया कि प्रदेश में उच्च न्यायालय द्वारा 9 फास्ट ट्रेक कोर्ट का गठन किया गया है। परिणामस्वरूप पिछले वर्ष महिला संबंधी अपराधों में 806 प्रकरण में सजा सुनाई गयी। इस वर्ष जून, 2013 तक 1500 से अधिक प्रकरण में सजा सुनाई गयी। इसमें 9 प्रकरण में मृत्यु दण्ड, 152 में आजीवन कारावास, 221 प्रकरण में 10 वर्ष से अधिक का दण्ड तथा 1127 प्रकरण में 10 वर्ष की सजा सुनाई गयी।
महिला हेल्प लाइन में 7414 शिकायत
श्रीमती राव ने बताया कि एक जनवरी, 2013 से शुरू की गयी महिला हेल्प लाइन नम्बर 1090 में अभी तक 7414शिकायत प्राप्त हुईं। इनमें से 7366 प्रकरण का निराकरण किया गया और कुल 317 अपराध पँजीबद्ध किये गये। इन अपराधों में गुम इंसान, दहेज प्रताड़ना, अपहरण, बलात्कार, लड़कियों से छेड़छाड़ और मोबाइल पर धमकी आदि शामिल है। महिला हेल्प लाइन में 12 लाइन इन-कमिंग तथा 8 लाइन आउट-गोइंग कॉल के लिये हैं। यह सेवा 24 घंटे चालू रहती है। इसके लिये प्रत्येक जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस दौरान प्रमुख सचिव योजना एवं सांख्यिकी श्री एस.आर. मोहंती और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री पवन जैन ने भी विचार व्यक्त किये।