(धर्मपथ)-dgipr.maharashtra.gov.in यह है महाराष्ट्र शासन की जनसंपर्क विभाग की वेबसाईट का लिंक .इसकी खासियत यह है की प्रधानमन्त्री मोदी जी एवं विदेश मंत्री सुषमा जी के अथक प्रयासों से भोपाल में जो विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित करवाया गया और लगभग राष्ट्र की जनता की कमाई के 100 करोड़ खर्च किये गए की धज्जियाँ महाराष्ट्र शासन उड़ा रहा है.महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार है लेकिन राष्ट्रभाषा के सम्मान और संरक्षण के लिए कोई कदम नहीं.जनसंपर्क विभाग की सूचनाएं सिर्फ मराठी में उपलब्ध हैं यह तानाशाही भजपा के कारिंदे कर रहे हैं तो दूसरों को कैसे कहें.
राष्ट्रहित की बात करने वाले संघ का मुख्यालय नागपुर में है ,राष्ट्रभाषा प्रचार समिति का कार्यालय वर्धा में है लेकिन महाराष्ट्र में हिंदी की यह दुर्दशा.इस वेब के अलावा महाराष्ट्र शासन की प्रमुख वेबसाईट भी मराठी के अलावा मात्र अंग्रेजी में है.हिंदी का यहाँ कोई स्थान नहीं है.यदि राष्ट्र का कोई नागरिक महाराष्ट्र शासन की जानकारी चाहता है तब उसे यदि अंग्रेजी नहीं आती तब तो वह इस राज्य से अपने को कटा महसूस करेगा.