प्रयागराज-विश्व के सबसे बड़े धार्मिक सांस्कृतिक समागम ‘महाकुंभ 2025’ ने दुनिया को अचंभित कर रखा है. दुनियाभर के बड़े धार्मिक आयोजनों में यह अपनी विशेष पहचान बना चुका है. प्रयागराज में मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के पावन संगम में बीते 30 दिनों में आस्था का अटूट रेला उमड़ रहा है. बुधवार सुबह 8 बजे तक महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 92.13 लाख है तो वहीं, 1.02 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया है. महाकुंभ में कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख से अधिक हो गई है. 11 फरवरी तक कुल 46.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है. संभावना जताई जा रही है कि माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि पर नया रिकॉर्ड बन सकता है. उल्लेखनीय है कि महाकुंभ में देश के विभिन्न हिस्सों से साधु-संत, राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन आस्था के साथ भाग ले रहे हैं.
संगम नगरी प्रयागराज में महाकुंभ के अवसर पर माघी पूर्णिमा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यातायात के कड़े नियम लागू किए हैं, लेकिन इसके बावजूद लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जाम की समस्या बनी हुई है, जिससे स्थानीय लोगों और बाहर से आए श्रद्धालुओं को खासी दिक्कत हो रही है.