कोलकाता- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर बिना किसी का नाम लिए देश के इतिहास को विकृत करने का जानबूझकर प्रयास करने का आरोप लगाया।
यहां अलीपुर केंद्रीय सुधार गृह में एक संग्रहालय का उद्घाटन करने के बाद बोलते हुए बनर्जी ने कहा कि इस विकृति के प्रयासों को रोकने के लिए, हमें इतिहास को संरक्षित करने की आवश्यकता है।
बनर्जी ने कहा, देश के इतिहास को विकृत करने के लिए जानबूझकर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि अगली पीढ़ी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास से अनजान रहे। पश्चिम बंगाल में, हम इतिहास को संरक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल और रवींद्रनाथ टैगोर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान बंगालियों का योगदान पूरे देश में विविधता में एकता हासिल करने में बहुत बड़ा है।
उन्होंने कहा, बंगाल के बिना भारत का पुनर्जागरण कभी संभव नहीं होता। देश की स्वतंत्रता बंगाल के बिना संभव नहीं होती। ब्रिटिश शासक जानते थे कि बंगाली उनके लिए सबसे बड़ा खतरा थे। इसीलिए उन्होंने बंगाल को विभाजित करने की साजिश रची।
यह दावा करते हुए कि पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच विभाजन पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं, बनर्जी ने कहा, रवींद्रनाथ टैगोर ने बंगालियों को एकजुट रखने के लिए रक्षा बंधन उत्सव की व्यवस्था की। उन्होंने राष्ट्रगान की अपनी रचना के माध्यम से एकजुट भारत का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि एक सच्चा नेता वही होता है जो किसी भी धर्म या जाति के लोगों का नेतृत्व कर सके।