कोलकाता, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि देश में व्याप्त असहिष्णुता के स्तर से वह दुखी हैं। उन्होंने लोगों को एकता के लिए काम करने हेतु प्रोत्साहित किया।
बनर्जी ने ट्वीट किया, “आज असहिष्णुता का जो स्तर है, उससे दुखी हूं। इतना फूट डालो और राज करो क्यों? हम एकता की बात करें और एकजुट हों। हम एकता के लिए काम करें।”
ममता ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें याद किया।
उन्होंने कहा, “भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल जी को उनकी जयंती पर याद कर रही हूं। एकजुट भारत का उनका दृष्टिकोण सफल हो।”
बनर्जी ने दिल्ली में केरल हाउस में पुलिस की छापेमारी की कड़ी निंदा की और एक ट्वीट में कहा कि जनता के मौलिक अधिकारों के हनन की यह एक अनुचित और असभ्य प्रयास है।
बंगाल के अन्य राजनीतिक दलों ने भी जनता के मौलिक अधिकारों में हस्तक्षेप के लिए नरेंद्र मोदी सरकार की निंदा की है।
बुद्धिजीवियों के एक समूह और गैर सरकारी संगठनों ने देश में बढ़ रही असहिष्णुता के खिलाफ सड़क पर उतर कर विरोध जताया और खुलेआम गोमांस की पार्टी आयोजित की।
कवियों, रंगमंच कलाकारों, राजनेताओं ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जहां वक्ताओं ने उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने के अफवाह में एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या, कन्नड़ विद्वान एम.एम. कलबुर्गी की हत्या और दिल्ली के केरल हाउस में पुलिस की छापेमारी जैसी हाल की घटनाओं के खिलाफ आवाज बुलंद की।