कोलकाता, 28 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष ने बुधवार को कहा कि उन्हें तब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, जबतक शारदा चिटफंड घोटाले में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पद से हटाने की मांग की।
कुणाल घोष करोड़ों रुपये के शारदा चिटफंड घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर नवंबर 2013 से ही सलाखों के पीछे हैं। वह पार्टी के कई नेताओं पर इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा चुके हैं और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनसे पूछताछ की मांग कर चुके हैं।
शहर की एक अदालत से बाहर निकलते हुए घोष ने कहा, “घोटाले में शामिल संदिग्ध को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्हें जांच का सामना करना चाहिए। तब तक, सुब्रत मुखर्जी (पंजायत मंत्री) मुख्यमंत्री पद संभाल सकते हैं।”
शारदा समूह के पूर्व मीडिया प्रमुख घोटाले में ममता बनर्जी की संलिप्तता का बार-बार आरोप लगा चुके हैं। उन्होंने तृणमूल प्रमुख एवं शारदा प्रमुख व घोटाले के मास्टरमाइंड सुदीप्त सेन के खिलाफ संयुक्त जांच की मांग की है।
घोष ने महानगर दंडाधिकारी अरविंद मिश्रा से आग्रह किया कि वह मामले की सुनवाई तबतक शुरू नहीं करें, जबतक घोटाले में शामिल तमाम लोगों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता और सीबीआई जांच पूरी नहीं कर लेती।
घोष ने अदालत से निवेदन किया कि वह फिलहाल मामले की सुनवाई टाल दें, क्योंकि इसमें कई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं और जबतक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो जाती, उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा।