भोपाल-मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद आम जिंदगी को पटरी पर लाने के प्रयास जारी है। उसी क्रम में अब प्रदेश के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में पहली से पांचवीं तक अर्थात प्राथमिक कक्षाएं भी 20 सितंबर से संचालित की जाने वाली हैं। कक्षाओं में उपस्थिति 50 फीसदी ही रहेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के उप-सचिव प्रमोद सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश और प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।
उप सचिव सिंह ने बताया कि कक्षा आठवीं, दसवीं और बारहवीं के शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के लिए छात्रावास और आवासीय विद्यालय संचालित किए जाएंगे। कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल और छात्रावास खोले जाएंगे, लेकिन छात्रावास में उनकी कुल क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी उपस्थित नहीं होंगे। विद्यालय और छात्रावास में अभिभावकों की सहमति से ही विद्यार्थी उपस्थित हो सकेंगे।
सिंह ने बताया कि जिलों में स्कूलों, छात्रावास और आवासीय विद्यालयों को खोले जाने के संबंध में जिला आपदा प्रबंधन समिति की सहमति ली जाएगी। विद्यालयों और छात्रावासों में भारत सरकार और राज्य स्तर से समय-समय पर जारी एस.ओ.पी. और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं और डिजिटल माध्यम से पढ़ाई पूर्व की तरह ही संचालित की जायेगी।