भोपाल, 14 मार्च – मध्य प्रदेश विधानसभा से इस्तीफा दे चुके 22 विधायकों में से सात को नोटिस जारी कर शनिवार को विधानसभाध्यक्ष एन. पी. प्रजापित के समक्ष उपस्थित का मौका दिया गया है। शुक्रवार को छह विधायकों के उपस्थित होना था, मगर वे नहीं आए। विधानसभा सचिवालय के अनुसार, “विधानसभाध्यक्ष एन.पी. प्रजापति ने 13 विधायकों को नोटिस जारी कर उपस्थित होने को कहा था। शुक्रवार को छह विधायकों को उपस्थित होना था, मगर वे नहीं आए, वहीं सात विधायकों को शनिवार को उपस्थित होने का समय दिया गया है।”
विधानसभाध्यक्ष प्रजापति शुक्रवार को विधायकों का पक्ष सुनने के लिए तीन घंटे विधानसभा में अपने कक्ष में मौजूद रहे, मगर कोई विधायक नहीं पहुंचा। इसके बाद प्रजापति ने कहा था कि अब वे शनिवार को सात विधायकों का पक्ष सुनेंगे और छह विधायकों को बाद में तारीख देंगे।
राज्य में कांग्रेस के 22 विधायक विधानसभाध्यक्ष को इस्तीफा भेज चुके हैं। 19 विधायक बेंगलुरू में हैं। बेंगलुरू के विधायकों की शुक्रवार को भोपाल पहुंचने की दिन भर चर्चा चली, मगर वे नहीं आए।
बेंगलुरू गए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया के अलावा विधायक हरदीप सिंह डंग, जसपाल सिंह जज्जी, राजवर्धन सिंह, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, रघुराज सिंह कंसाना, कमलेश जाटव, बृजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़, गिरराज दंडौतिया, रक्षा संतराम सिरौनिया, रणवीर जाटव, जसवंत जाटव के इस्तीफे विधानसभाध्यक्ष तक भेजे गए। उसके बाद तीन और विधायक बिसाहू लाल सिंह, एंदल सिंह और मनोज चौधरी के भी इस्तीफे आ चुके हैं।