सिवनी, 2 जुलाई (आईएएनएस)। गरीब वर्ग के मरीजों के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा हासिल करना आसान नहीं है, क्योंकि सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का अभाव है और निजी अस्पताल में जाकर इलाज कराने के लिए उनकी जेब में पैसा नहीं है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव के कारण गरीब तबके के लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने से कतराने लगे हैं। इन हालातों के बीच मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में ‘मैं हूं अस्पताल मित्र योजना’ शुरू की गई है।
इस योजना के तहत दानदाताओं की मदद से अस्पताल में गरीब मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम किया जाएगा।
जिला चिकित्सालय में गरीब मरीजों को नि:शुल्क बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से शुरू की गई इस अभिनव योजना ‘मैं हूं अस्पताल मित्र योजना’ को आम जनता के सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा। आम नागरिक अथवा दानदाता अपनी मंशानुसार धनराशि जिला रोगी कल्याण समिति के बैंक खाते में जमा करा सकते हैं। प्राप्त धनराशि का उपयोग जिला प्रशासन द्वारा जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए किया जाएगा।
जिला प्रशासन का मानना है कि, अस्पताल प्रबंधन को अतिरिक्त आर्थिक सहायता मिल जाने से निश्चित रूप से जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा और जिले में ही बेहतर इलाज मिलने से गरीबों को महानगरों की ओर महंगे इलाज के लिए नहीं जाना होगा।
जिलाधिकारी प्रवीण सिंह ने इस योजना को अमलीजामा पहनाया है। उनका कहना है कि, इस योजना के जरिए जहां गरीबों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी, वहीं जिला चिकित्सालय की सुविधाओं में सुधार तथा चिकित्सालय से लोगों का भावनात्मक लगाव बढ़ेगा।
विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति एवं जिले के प्रभारी मंत्री सुखदेव पांसे ने सोमवार को इस योजना की शुरुआत करते हुए योजना के जनक जिलाधिकारी प्रवीण सिंह के इस प्रयास की प्रशंसा की तथा अधिक से अधिक सहयोग देने की बात कही। इस योजना को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आर्थिक सहयोग का ऐलान किया है।
जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई ‘मैं हूं अस्पताल मित्र योजना’ के लिए सिवनी के विधायक दिनेश राय द्वारा 10 लाख रुपये, बरघाट के विधायक अर्जुन काकोड़िया द्वारा पांच लाख रुपये, केवलारी के विधायक राकेश पाल द्वारा पांच लाख रुपये तथा लखनादौन के विधायक योगेन्द्र सिंह द्वारा तीन लाख रुपये की धनराशि विधायक निधि से देने की घोषणा की गई। साथ ही जिलाधिकारी प्रवीण सिंह, सिविल सर्जन विनोद नावकर और कार्यपालन यंत्री क़ेपी़ लखेरा ने भी इस योजना के लिए आर्थिक सहायता दी है।