हरदा, 7 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार की रात को हुए रेल हादसे में मारे गए 28 यात्रियों में से 15 के शवों की शुक्रवार तक पहचान नहीं हो पाई है। वहीं 11 शवों को परिजन ले जा चुके हैं और दो मृतकों के परिजन शुक्रवार को हरदा पहुंचे हैं।
हरदा के जिलाधिकारी रजनीश श्रीवास्तव ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि मंगलवार को हुए हादसे में मारे गए लोगों में से 28 के शव बरामद किए गए हैं। इन मृतकों में से 11 के शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके है, दो शव शुक्रवार को मृतकों के परिजनों को सौंपे जा सकते है। इसके बाद 15 शव अब भी ऐसे है, जिनका कोई परिजन अब तक हरदा नहीं पहुंचा है।
मालूम हो कि पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल-खंडवा रेल खंड के हरदा जिले के खिरकिया-हरदा रेलवे स्टेशन के बीच पड़ने वाली काली माचक नदी के पुल पर मंगलवार की रात को हादसा हुआ था। नदी के पुल पर से गुजरते समय मुम्बई से वाराणासी की ओर जा रही गाड़ी संख्या 11071 कामायनी एक्सप्रेस अनियंत्रित हो गई और उसकी सात बोगी पटरी से उतरकर नदी के पानी में जा समाई। इस हादसे के बाद दूसरी ओर से राजेंद्र नगर पटना से मुम्बई जा रही गाड़ी संख्या 13201 जनता एक्सप्रेस का इंजन और चार बोगी पटरी से उतरकर नदी के पानी में डूब गई।