भोपाल, 31 मार्च (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘आनंद मंत्रालय’ (हैप्पीनेस मिनिस्ट्री) बनाने का एलान किया है।
मुख्यमंत्री चैहान ने गुरुवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, “किसी राज्य की जनता कितनी सुखी है इसकी गणना सिर्फ विकास दर के आधार पर नहीं की जा सकती है। इसलिए राज्य सरकार आनंद मत्रालय बनाएगी, जेा आमजन में आनंद पैदा करने का काम करेगा। इस तरह का कांसेप्ट भूटान जैसे देश में अपनाया गया है।”
उन्होंने कहा कि यह मंत्रालय आम लोगों को कैसे सुखी रखा जा सकता है, इसके लिए काम करेगा। यह मंत्रालय योग, खेल से जोड़कर लोगों के दृष्टिकोण को आशवादी बनाने की दिशा में भी प्रयास करेगा।
उन्होंने भारतीय समाज की पुरातन व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि देश में प्रारंभ से ही लोगों को सुखी और आनंदित रखने के प्रयास होते रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ भौतिक खुशहाली और समृद्धि से जीवन सही अर्थो में आनंदपूर्ण नहीं हो सकता। भूटान के चौथे नरेश जिग्मे सिंगे वांग्चुक ने 1970 के दशक में ग्रॉस नेशनल हेप्पीनेस इंडेक्स की अवधारणा को लागू किया। अनेक देश में इस दिशा में काम चल रहा है और इसके लिए विभिन्न स्तरों पर रिपोर्ट्स भी तैयार की जा रही हैं। वर्ष 2015 में वल्र्ड हेप्पीनेस रिपोर्ट सस्टेनेबल डेवलपमेंट साल्यूशन्स नेटवर्क द्वारा तैयार की गई, जो संयुक्त राष्ट्र संघ की एक वैश्विक पहल है।