भोपाल, 26 मार्च – मध्य प्रदेश में लगातार पैर पसार रहे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। तय किया गया है कि राज्य के सात संभागीय मुख्यालयों में कोरोना वायरस पीड़ितों के लिए अलग अस्पताल होंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार को कोरोना की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई। उसके बाद उन्होंने कहा, कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयास जारी हैं। बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। आइसोलेशन की व्यवस्था, रोग के लक्षण दिखे तो टेस्टिंग की व्यवस्था, उपचार की व्यवस्था, महानगरों खास कर सात संभागीय मुख्यालय में अलग अस्पताल, प्राइवेट सेक्टर के साथ मिलकर यह व्यवस्था करेंगे।
उन्होंने कहा, चिकित्सक, नर्स और पैरा मेडिकल स्टॉफ के लिए पीपीई किट की व्यवस्था और जितनी भी जरूरते हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही टोल फ्री नंबर 104-181 को और प्रभावी बनाने की व्यवस्था की जाएगी।
काम की तलाश में प्रदेश से बाहर गए लोगों से मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चिंतित नहीं हों। घबराएं नहीं, संबंधित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से चर्चा कर रहा हूं। वे जहां हैं वहां उनके रहने और खाने-पीने की व्यवस्था के लिए उन राज्य सरकारों से अपील कर रहे हैं। इसके अलावा जो लोग राज्य की सीमा पर आ गए है, उन जिलों के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि बिना किसी परेशानी और संकट के सावधानी रखते हुए उन्हें यथाशीघ्र सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाएं।