(खुसुर-फुसुर)- भाजपा में संगठन की खराब हालत के चलते भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के एक कर्तव्यनिष्ठ पदाधिकारी जब अपनी रोजी-रोटी से महरूम हो गए और महीनों आश्वासन के बाद कुछ नहीं हुआ और न ही उनके मोर्चा अध्यक्ष ने कोई मदद की तब ये महाशय संगठन महामंत्री के कमरे में अपनी गुहार ले कर पहुँच गए जब इन्हें लगा की यहाँ से भी कोई उम्मीद नहीं दिख रही तब ये फट पड़े और आत्महत्या करने का अपना विचार सामने पेश कर दिया.अब तो महामंत्री जी को विचार करने पर मजबूर होना पड़ा और उन्होंने नव नियुक्त अध्यक्ष महोदय को फ़ोन किया,अध्यक्ष ने महापौर को घंटी मारी और पुनः आश्वासन नेता जी को दिया गया.अब देखना यह है की काम हो जाता है या नत्था आत्महत्या की तैयारी करता है.
ब्रेकिंग न्यूज़
- » संभल में 4 मौतों के बाद बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक, स्कूल-इंटरनेट बंद
- » अब बांग्लादेश ने दिया अडानी ग्रुप को झटका, बिजली परियोजना से जुड़ी डील की होगी जांच
- » पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में हादसा
- » UP: मायावती ने किया हैरान करने वाला ऐलान,वह देश में कोई उपचुनाव नहीं लड़ेगी
- » वायनाड में 2 लाख से ज्यादा वोट से प्रियंका ने बनाई बढ़त
- »
- » मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष बनीं नूरी खान
- » पुतिन का आदेश:Russia में बड़े पैमाने पर मोबाइल न्यूक्लियर वार शेल्टर का उत्पादन
- » PM मोदी को अब ये 2 देश देंगे अपना सर्वोच्च पुरस्कार
- » उत्पन्ना एकादशी कब है,शुभ मुहूर्त और जानें महत्व