बैतूल, 1 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में महिलाओं की आबरू लुटने का दौर थम नहीं रहा है। रविवार की देर रात को बैतूल जिले में एक युवती को खुले में शौच जाना महंगा पड़ गया। दो युवकों ने उसे अकेली पाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया, जिससे युवती इतनी आहत हुई कि उसने घर पहुंचने के तुरंत बाद फांसी लगाकर जान दे दी। युवती सुसाइड नोट छोड़ गई है, जिस आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर साईंखेड़ा थाना क्षेत्र के बोदल पाठर गांव की युवती (18) रविवार की रात खुले में शौच के लिए गई, क्योंकि उसके घर में शौचालय अधूरा बना पड़ा है। युवती ने घर आने के बाद देर रात को फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। परिजनों को सोमवार सुबह इस घटना का पता चला।
साईंखेड़ा थाने के प्रभारी के.आर. सिलाले ने संवाददाताओं को बताया कि आत्महत्या करने वाली युवती ने सुसाइड नोट में दो युवकों द्वारा दुष्कर्म किए जाने का जिक्र किया है। इसी आधार पर बलदेव धुर्वे व राजेश काकोड़िया को गिरफ्तार कर लिया गया है।
थाना प्रभारी सिलाले ने बताया कि पीड़िता ने शायद बदनामी के डर से आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।
युवती के परिजनों का कहना है कि आत्महत्या से पहले लिखे गए सुसाइड नोट से पता चला है कि उसके साथ रविवार की रात गांव के दो युवकों ने दुष्कर्म किया था। इससे उसे मानसिक वेदना हुई, उसे लगा कि समाज को पता चलेगा, तो वह मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगी। इसलिए उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
राष्ट्रीय अपराध आंकड़ा ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि देश में महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के मामले में मध्य प्रदेश सबसे अव्वल है। राजधानी में बीते माह कोचिंग से लौट रही एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने सरकार और पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी थी। इस वारदात के सभी आरोपी हालांकि पकड़े जा चुके हैं और न्यायालय ने उन्हें सजा भी सुना दी है।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार 12 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं से दुष्कर्म करने वालों को फांसी की सजा देने का विधेयक पारित कर चुकी है। फिर भी ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रही है।