नीमच, 11 नवंबर (एजेंसी )| मध्यप्रदेश के नीमच जिले में स्कूली बच्चे स्वच्छ भारत अभियान में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यहां के बच्चे अपने अभिभावकों से चॉकलेट नहीं, बल्कि घर में शौचालय बनवाने की जिद कर रहे हैं। जिले की सभी ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर रजनीश श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में नोडल अधिकारी एवं जिला अधिकारी गांवों का दौरा कर ग्रामीणों को शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और निर्माण कार्य शुरू करवा रहे हैं।
एक तरफ जहां प्रशासनिक अमला जनजागृति के अभियान में लगा है, तो दूसरी ओर स्कूलों के अध्यापक से लेकर बच्चे तक अपनी हिस्सेदारी निभा रहे हैं। वे घर-घर जाकर लोगों को शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
आलम यह है कि बच्चे अब चॉकलेट की जिद छोड़कर अपने अभिभावकों, माता-पिता से अपने घर में शौचालय बनवाने की जिद करने लगे हैं।
प्रशासनिक अमले का दावा है कि स्कूली बच्चों की इस जिद का असर भी यहां देखने को मिल रहा है। कई ग्रामीणों ने अपने बच्चों की जिद पर शौचालय बनवाना शुरू भी कर दिया है।
गाांव-गांव में स्कूली बच्चे स्वच्छता रैली कर रहे हैं और जिन घरों में शौचालय नहीं है, उन्हें शौचालय बनवाने के लए प्रेरित कर रहे हैं। बच्चे अब अभिभावकों से शौचालय बनवाने की जिद करते हुए यहां तक कह रहे हैं, “पहले शौचालय बनवाओ, तब खाना खाऊंगा।”
कलेक्टर श्रीवास्तव ने भी ग्रामीणों का आह्वान किया है कि वे अपने घरों में शौचालय जरूर बनवाएं। अपने गांव को ‘ओडीएफ ‘ बनाएं और स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में योगदान दें।