भोपाल, 15 मई (आईएएनएस)। प्राकृतिक चिकित्सा और योग की दशा, दिशा और विकास पर विचार-विमर्श करने के लिए इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गनाइजेशन (आईएनओ) ने मध्य प्रदेश प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के साथ मिलकर राजधानी भोपाल में 17 मई को राज्यस्तरीय सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है।
भारत सरकार के आयुष विभाग के प्राकृतिक चिकित्सा कार्य बल (नेचरोपैथी टास्क फोर्स) के सदस्य डॉ. अनंत बिरादार ने शुक्रवार को भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि केंद्र सरकार ने आयुष विभाग के लिए पांच हजार करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। केंद्र सरकार इस विधा को आगे बढ़ाना चाहती है और इस दिशा में प्रयास भी हो रहे हैं।
डॉ. बिरादार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मध्य प्रदेश में इस चिकित्सा पद्धति की स्थिति अच्छी नहीं है, साथ ही सरकार से जुड़े लोग भी गंभीर नहीं हैं। पिछले दिनों दिल्ली में आयोजित बैठक का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि देश के आयुष मत्रियों की बैठक में मध्य प्रदेश के आयुष मंत्री नहीं पहुंचे थे।
प्राकृतिक चिकित्सक और योग पर राज्यस्तरीय सम्मेलन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यालय परिसर में आयोजित किया जा रहा है, ऐसा होने के पीछे डॉ. बिरादार का तर्क है कि राज्य में भाजपा की सरकार है, लिहाजा वे चाहते हैं कि इस सम्मेलन के जरिए राज्य सरकार तक उनकी बात पहुंचे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जा रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए इंटरनेशनल नेचुरोपैथी ऑर्गनाइजेशन राज्य के कई जिलों में योग का कार्यक्रम आयोजित करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश में प्राकृतिक चिकित्सा कानून 1970 से है, मगर सरकारों द्वारा ध्यान न दिए जाने की वजह से इस पैथी का महत्व नहीं बढ़ पाया है। 17 मई को होने वाले सम्मेलन में सरकार से इस दिशा में सार्थक पहल की अपेक्षा की जाएगी।
इस मौके पर आईएनओ के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अमृत मूणत, मध्य प्रदेश प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. शंकर पाटीदार आदि ने भी प्राकृतिक चिकित्सा व योग की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा इस पैथी को बढ़ावा देने के लिए जा रहे प्रयासों को समय की जरूरत बताया।