(खुसुर-फुसुर)- मप्र के मंत्रिमंडल में एक मंत्री ऐसे हैं जो पत्रकारों से दूरी बना कर रखते हैं.अभी इनका राज्यमंत्री का दर्जा है लेकिन ये जिस परिवार से आते हैं उसका रुतबा भाजपा में है.महाशय मीटिंग में इतना व्यस्त रहते है की पत्रकारों से इन्हें मिलना का समय नहीं मिलता.पत्रकार बिरादरी में इनकी ठसक की खबर खूब है, जानकारी ताजा करें तो सबको खबर है की इनकी जीत भी प्रायोजित थी.
हाँ इनकी मीटिंगों में वह लाभ भी नहीं निकल कर आ रहा जो प्रदेश को चाहिए.चर्चा यह है की यदि इन्हें यदि बड़ी जिम्मेदारी या ताकत दे दी जाय तब ये मप्र की जनता का क्या करेंगे अरे भाई आप राजनेता हैं कोई अधिकारी नहीं जो इस समय सभी हैं.नेताओं की यह ठसक उन्हें किस जगह पहुंचा देती है सबके सामने हैं.