भोपाल-मप्र के मुख्यमंत्री जो भी करते हों लेकिन स्थिति स्पष्ट है की अधिकारीयों ने सत्ता का अपहरण कर रखा है.शासकीय आंकड़ों के पर विकास करते मप्र ,कृषि दर में इजाफा करते मप्र की एक सूखे ने धज्जियाँ उड़ा दीं. मुख्यमंत्री को अपने आंकड़ों की कारीगिरी दिखा कर खुश रखने में सिद्धहस्त इन अधिकारीयों के मुखिया अंटोनी डीसा जो मप्र शासन के मुख्य सचिव हैं ने ऐसा असंवेदनशील लेकिन ठसक से भरा उदाहरण समाज के सामने प्रस्तुत किया है जिसकी वजह से मप्र में सुशासन के चिथड़ों के दर्शन होने लगे हैं.
मुख्यमंत्री के आह्वान पर अधिकारी गाँवों में निकले और किसानों का दर्द जाना लेकिन मुख्य सचिव सहित अधिकाँश अफसर इसी बहाने अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर ग्रामीण इलाकों के पिकनिक स्थानों पर मौज-मस्ती करते पाए गए.इन असंवेदनशील अधिकारीयों ने इस सूखा राहत भ्रमण को “सूखा पर्यटन” बना दिया.
अंटोनी डीसा स्वयं अपने परिवार के साथ पर्यटन स्थल मडई पहुंचे और उस क्षेत्र के गाँव में किसानों से रूबरू हुए.प्रशासनिक मुखिया के इस कृत्य से मप्र में सुशासन की हकीकत सामने आ गयी है.