भोपाल, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के आंगनवाड़ी और आरोग्य केंद्रों में ‘टिप्पी-टेप’ यानी हाथ धुलाई यंत्र लगाए जाएंगे, ताकि इन केंद्रों मे आने वालों को हाथ धोने में सहूलियत हो।
टिप्पी-टेप वह यंत्र स्थानीय संसाधनों- लकड़ी, रस्सी व प्लास्टिक केन का उपयोग कर बिना किसी लागत के बन जाता है। इस यंत्र के उपयोग से जल संरक्षण, स्वच्छता तथा कीचड़ से मुक्ति मिलती है।
सीहोर जिले के जिलाधिकारी डॉ. सुदाम खाडे के नवाचार टिप्पी-टेप को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में पिछले दिनों हुए कार्यक्रम में स्केच स्मार्ट टेक्नोलॉजी अवार्ड-2015 से पुरस्कृत किया गया। अवार्ड के लिए संपूर्ण देश से 350 संगठनों ने 1059 नवाचारों का पंजीयन करवाया था।
उल्लेखनीय है कि सीहोर के जिलाधिकारी डॉ. खाडे ने आंगनवाड़ियों के बच्चों में स्वच्छता जैसे गंभीर विषय पर गहन चिंतन किया कि कैसे बच्चों के लिए हाथ धुलाई जैसे अनिवार्य और महत्वपूर्ण कार्य को रोचक तथा प्रेरक बनाया जाए। इस पर हुए विमर्श से टिप्पी-टेप यंत्र की परिकल्पना सामने आई और जिसे मूर्तरूप देने का कार्य जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने किया।
वर्तमान में जिले की लगभग 800 आंगनवाड़ियों में टिप्पी-टेप यंत्र स्थापित किए जा चुके हैं। इस यंत्र के माध्यम से स्वच्छ भारत अभियान को जिले में गति मिल रही है।
सीहोर के जिलाधिकारी के नवाचार की ‘0’ लागत तथा दीर्घकालीन प्रभावों को देखते हुए राज्य शासन ने महिला बाल विकास विभाग तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को प्रदेश की सभी आंगनवाड़ियों तथा आरोग्य केंद्रों पर टिप्पी-टेप की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।