भोपाल– मप्र का व्यापम मामला सत्ता-प्रशासन द्वारा छुपा दिए जाने से बड़े ही संदेह की दृष्टि से देखा जाने लगा था.दिग्विजय सिंह द्वारा इसमें एक नया पेंच ला देने से पूरी प्रशासनिक व्यवस्था जो व्यापम के सच को छुपा रही थी हिल गयी है.व्यापम की जांच के लिए संघर्ष हुए,आन्दोलनों को एक जामा पहुंचाया गया लेकिन कई वीवीआईपी के शामिल होने से यह मामला दबाया जाने लगा.अब इस मामले में बड़े नाम उजागर होने लगे हैं.
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस मामले में कौन-कौन है यह सब प्रदेश के मुखिया होने के नाते पता था लेकिन अब नाम उजागर होने पर यह सिद्ध हो जाएगा की मुख्यमंत्री ने नाम छुपाया.वे भले ही कहते रहे की जांच एजेंसी जांच कर रही है लेकिन उन्हें नामों की जानकारी नहीं थी इस बात को वे नकार नहीं सकते हैं.
अब यदि नामचीनों के नाम आये तो कई बड़े नामों की कड़ियाँ खुलती जायेंगी जिसकी आंच मुख्यमंत्री पर आना तय है.